सम्भल। नेज़े में सज-धज कर बैठी नई नवेली दुल्हनें।
सम्भल। सय्यद सलार मसूद गाजी की याद में लगने वाले नेजा मेला पर परम्परा के अनुसार नई नवेली दुल्हनों को सजाकर घरों में नेज़ा मेले के मौके पर बैठाया गया। जिन्हे देखने के लिए मौहल्लेवासी, पड़ोसी व रिश्तेदार पहुंचते और मुंह दिखाई मे उनकी सुन्दरता की सरहाना करते हुए दुल्हनो को ईनाम दिया जाता है।
नेजा मेला पर हर वर्ष सम्भल में दुल्हनें सजकर बैठती हैं जिनकी शादी पिछले बीते हुए नेजे मेले के बाद होती है। दुल्हन उसी तरह सजती संवरती है जैसे वह शादी के समय सजती संवरती है। मौहल्ला कोट और चौधरी सराय सहित काफी मौहल्लो मे ये परम्परा देखने को मिलती है। पहले ज्यादा संख्या में दुल्हनों को बैठाने की परम्परा थी। मगर कुछ लोग इस परम्परा का अब विरोध करने लगे हैं। बच्चों ने दुल्हनों के साथ सेल्फी ली और नेज़ा मेले की मुबारकबाद दी।
उवैस दानिश
Initiate News Agency (INA), सम्भल