श्रावस्ती। यूक्रेन में इंडियन छात्रों के साथ यूक्रेनी सैनिकों ने किया भेदभाव।
श्रावस्ती। यूक्रेन से लौटा छात्र ने बताया यूक्रेन में हुए भारतीयों के साथ भेदभाव की कहानी तो लोग सन्न रह गए क्योंकि यूक्रेन इस सैनिकों के द्वारा भारतीय छात्रों को यूक्रेन से नहीं निकलने दिया जा रहा था भारतीय छात्रों के साथ भेदभाव किया जा रहा था जब जब भारत सरकार ने छात्रों को यूक्रेन से निकालने का दबाव बनाया तो यूक्रेन की सरकार और यूक्रेन की सैनिक मजबूर हो गई उसके बाद भारतीयों को यूक्रेन से निकाला जाने लगा उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के प्रयोगपुर गांव का रहने वाला अवधेश प्रताप सिंह करीब 3 साल पहले 2019 में एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गया था।
अवधेश प्रताप सिंह यूक्रेन से वापस आया छात्र |
इस साल उसका लास्ट ईयर था लेकिन जब यूक्रेन में रूस के द्वारा बमबारी किया जाने लगा तो छात्र अवधेश यूक्रेन से निकलने का प्रयास किया करीब 48 घंटे तक वह बनकर में रहा जिसके बाद वह अपने 50 साथियों के साथ बस बुक कर के रोमानिया बॉर्डर पहुंचे जहां पर यूक्रेनी सैनिकों ने भारतीय छात्रों के साथ भेदभाव करते थे और भारतीयों को आने नहीं दे रहे थे लेकिन जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा हस्तक्षेप किया गया तो यूक्रेन की सैनिक भारतीय छात्रों को परेशान करना बंद की और उसके बाद उनको यूक्रेन से निकालना शुरू की,अवधेश प्रताप ने बताया कि यूक्रेन में अभी भी सैकड़ों छात्र ऐसे जगहों पर फंसे हुए हैं जिनसे उनका निकल पाना बहुत ही मुश्किल है भारत सरकार ने बहुत बड़ा काम किया है जो कि यूक्रेन से छात्रों को अपने देश अपने वतन में वापस लाने का काम किया है
सर्वजीत सिंह
Initiate News Agency (INA), श्रावस्ती यूपी