सम्भल। हिज़ाब मामले में कोर्ट और पार्लियामेंट पर भी सवाल खड़े किए सवाल
सम्भल। कर्नाटक से शुरु हुआ हिजाब विवाद अब सम्भल के सरकारी मदरसे तक पहुंच गया है। मदरसे के प्रिंसपल ने हिजाब पर बड़ा बयान देते हुए कोर्ट और पार्लियामेंट पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
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मौलाना मौहम्मद मियां, प्रिंसपल मदरसा सिराज उल उलूम सम्भल |
सरकारी मदरसा सिराज उल उलूम के प्रिंसपल मौलाना मौहम्मद मियां ने कहा है कि हिजाब मजहबी फरीजा है। संविधान इजाजत देता है कि मजहब के अनुरूप सारे काम कर सकते हैं। मजहब के दायरे में ऐजुकेशन हासिल कर सकते हैं। हिजाब दीनी मसला है कोर्ट और पार्लियामेंट को संविधान की इजाजत के बिना काम करने की इजाजत नहीं है। 70 साल से हिजाब पहना जा रहा है दुनियां के दूसरे इस्लामिक कंट्री में हिजाब पहना जाता है। जब उनको हिजाब विवाद पता लगेगा तो मुल्क की बदनामी होगी। किसी सरकार और कोर्ट को हिजाब में दखल देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने हिजाब के राजनैतिक इस्तेमाल को रोकने की बात कही वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले में कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने की उम्मीद जताई है।
उवैस दानिश
Initiate News Agency (INA), सम्भल