बलिया। राजनीति के दिग्गजों के कंधों पर पार्टियो की साख को संभालने कि भी जिम्मेदारी
बलिया। राजनीति के दिग्गजों के कंधों पर सिर्फ अपनी ही नहीं बल्कि अपनी- अपनी पार्टियो की साख को संभालने कि भी जिम्मेदारी नजर आयी। राजनीति के इन धुरंधरों में मुख्य रूप से भाजपा, नगर विधानसभा से दंया शंकर सिंह, तो वहीं नगर विधानसभा से पूर्व मंत्री नारद राय, बसपा के वरिष्ठ नेता और रसड़ा विधानसभा क्षेत्र से निवर्तमान विधायक उमाशंकर सिंह। तो वहीं बैरिया विधानसभा क्षेत्र से सपा के पूर्व विधायक जय प्रकाश अंचल तो बैरिया विधान सभा से ही पूर्व विधायक सुभाष यादव ने प्रमूख रूप से अपना नामांकन किया । इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होने जा रहा हैं। बैरिया -3, सिकंदरपुर -2, रसड़ा -5, बेल्थरा रोड- 5, सदर -10, फेफना -3 , बांसडीह -10 प्रत्याशीयों ने नामांकन किया।
नारद राय- समाजवादी पार्टी |
नगर विधानसभा से पूर्व मंत्री नारद राय ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक नेता जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर बलिया नगर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप मे पर्चा दाखिल किया है। और बलिया की जनता से प्रार्थना करना चाहता हूं कि बलिया के विकास के लिए एक बार अपने बेटा पर भरोसा कीजिए और 3 मार्च को साइकिल का बटन दबा कर के हमको जीताइए, अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाइए और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार की जमानत जप्त कराइए। हमने तो एक हफ्ता पहले कह दिया था की समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार नारद राय जन जन का परचित है नौजवान का, विध्यार्थी का, किसान का , मजदूर का, यहाँ तक की प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले जो बच्चे हैं उनके बीच मे नारद राय जाएगा तो नारद राय कह कर बुलाने का काम कर रहे है। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार पर्यटक है 2007 में आए थे 6907 वोट पाए थे 6 , 7 वोट पाये थे। हम तो जनता से प्रार्थना करेंगे की 6 का 9 कर दीजियेगा इस बार।
उमाशंकर सिंह- बसपा |
वहीं पर रसड़ा विधानसभा क्षेत्र से निवर्तमान विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि हमारे यहां कोई लड़ाई नहीं है कोई लड़ने वाला ही नहीं है मुद्दा की ही देन है कि सामने कोई लड़ने वाला तैयार नहीं हो पा रहा है अगर काम नहीं होता तो लड़ने वाले हर जगह, लड़ने के लिए मारा मारी हो रही है जिसको टिकट दिया जा रहा है वो भाग जा रहा है यह स्थिति है ग्राउंड पर कार्य करने की और जब ग्राउंड पर काम होता है तो ऐसे ही लोगों का प्यार और स्नेह मिलता है पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रहे हैं बीएसपी पूर्ण बहुमत से जिस तरह 2007 से 2012 तक सरकार रही और सारे मीडिया से लेकर के जो भी अन्य लोग थे, लेकिन जब काउंटिंग हुई बीएसपी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनी इस बार भी यही होने जा रहा है हर जगह बीएसपी चल रही है जो लोग जनता को प्रलोभन दे रहे है वह जनता के साथ धोखा किया जा रहा है उसको विश्वास जताना चाहिए जनता में काम करें, जनता जाने। यह नहीं की हम आएंगे तो यह फ्री में कर देंगे, आएंगे तो ये दे देंगे, कोई कहे की रेलवे स्टेशन लिख देंगे आपको, यह सब क्या हुआ सब प्रलोभन, यह सब चीजें नहीं है आप एक विजन बनाइए जो लगता है सबको एक बार टाइम मिला है काम करने का, मान लिया सन 2007 से 2012तक बहुजन समाज पार्टी मायावती सीएम रही उसके बाद अखिलेश यादव रहे, उसके बाद योगी आदित्यनाथ तो सब लोगों का कार्यकाल देखा गया। हमारी पार्टी तो कभी घोषणा पत्र नहीं देती।
सैय्यद आसिफ़ हुसैन जै़दी
Initiate News Agency (INA), बलिया