नैमिषारण्य/सीतापुर: मौनी अमावस्या के पर्व पर चक्र तीर्थ मे लाखो श्रद्धालुओ ने लगाई आस्था की डुबकी
नैमिषारण्य/सीतापुर: माघ मास में पड़ने वाली मौनी अमावस्या के महापर्व पर लाखों श्रद्धालुओं ने चक्रतीर्थ एवं आदिगंगा गोमती के राजघाट, दशाश्वमेघ घाट, देवदेवेश्वर घाट आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया व पुरोहितों को श्रद्धानुसार दान-दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त किया कड़ाके की ठंड के बीच श्रद्धालुओं ने मौन धारण कर राम नाम के जयकारे के साथ दिन की शुरुवात की साथ ही विभिन्न घाटों में स्नान किया कर माँ ललिता के दरवार मे शीश झुकाकर विश्व शांति की मंगल कामना की प्रसाद ग्रहण कर मौन व्रत तोड़ा इसके बाद श्रद्धालुओं ने भूतेश्वरनाथ, व्यासगद्दी, सूतगद्दी, रामजानकी बद्रीनारयन धाम, हनुमान गढ़ी,बालाजी, सत्यनारायण, कालीपीठ, चार धाम, देवदेवेश्वर धाम, पहला आश्रम, हरिहरानंद आश्रम आदि के दर्शन कर परिवार कल्याण की मनोरथ माँगी।
क्या है मौनी अमावस्या का महत्व
मौनी अमावस्या के दिन स्नान ध्यान दान करने से सहस्त्र गो दान के बराबर फल मिलता है यह अमवस्या विशेष रूप से पितरो की आत्म शांति के लिए होती है शास्त्रों मे अमवस्या तिथि का स्वामी पितृदेव को माना जाता है इसीलिए इस तिथि को पितरो के निमित्त तर्पण दान पुण्य का विशेष महत्व है।
Initiate News Agency(INA)