कानपुर। पेट्रोल के बढ़ते दाम व प्रदूषण से बचने को बना डाली ई बाइक,
........ 71 वर्षीय बुजुर्ग ने तमाम विरोध झेलकर किया निर्माण
कानपुर। कौन कहता है, आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों...... दुष्यंत के इस शेर से प्रेरणा लेकर, कानपुर के 71 साल के एक बुजुर्ग ने वह कार्य किया, जिसका लोहा पूरा शहर मान रहा है। इस उम्र में जब लोग लाठी का सहारा लेकर चलते हैं, तब बर्रा 2 निवासी अवध कुमार पांडेय ने पर्यावरण व पेट्रोल के दामो को बढ़ता देख कर ई बाइक का निर्माण कर डाला। 71 वर्षीय अवध कुमार पांडेय ने अपने घर परिवार का विरोध लेकर अपनी डिस्कवर बाइक से इंजन बदलकर बैटरी युक्त बाइक का निर्माण किया।
फील्ड गन से रिटायर अवध पांडेय ने बताया कि आये दिन पेट्रोल के बढ़ते दाम ध्वनि प्रदूषण व वातावरण में बढ़ते धुंए को देख आये दिन चिंतित रहते थे। कई बार ख्याल आया कि क्यों न ई बाइक ले ली जाए लेकिन बाजार में ई बाइक न मिलने से परेशान होकर एक दिन खुद की पुरानी बाइक को ई बाइक बनाने की ठानी। अगले दिन अवध पांडेय ने ई बाइक का निर्माण शुरू किया तो बेटों, पत्नी समेत सभी ने नाराजगी जाहिर की लेकिन उन्होंने हर न मानी।
क्या है खासियत
उन्होंने बताया कि बाजार से कम हॉर्स पॉवर की बैटरी लाकर इंजन की जगह उसको फिट किया और कुछ अन्य तकनीकी बदलाव किया, इन सब मे करीब 2 महीने का समय लगा उसके बाद जाकर उनकी ई बाइक सड़क पर दौड़ने लगी। उन्होंने बताया कि चार्जिंग वाली यह बाइक 5 घंटे में फूल चार्ज होकर 50 से 55 किलोमीटर तक 55 से 60 किलोमीटर प्रति घण्टा की रफ्तार से चलती है।
कहा कि 55 हजार की लागत से तैयार इस बाइक से पेट्रोल से खर्चे से बचत के साथ साथ वायु व ध्वनि प्रदूषण से छुटकारा मिला।
इब्ने हसन ज़ैदी
Initiate News Agency (INA) , कानपुर