कानपुर। स्टॉक, लाखो रुपये की चुनाव सामग्री सफेद हाथी साबित हो रही है, जिसे लेकर व्यापारी परेशान
कानपुर। कोरोना की तीसरी लहर का असर इस बार विधानसभा चुनाव 2022 पर भी देखने को मिल रहा है। कोरोना के बढ़ते केस के कारण सभी राजनैतिक पार्टी की रैली, जनसभा को चुनाव आयोग द्वारा वर्चुवल किये जाने के आदेश ने व्यापारियों के चेहरे पर मायूसी ला दी है। वर्चुअल रैली होने से लाखो रुपये की कीमत से बनाई गई चुनाव सामग्री सफेद हाथी साबित हो रही है, जिसे लेकर व्यापारी परेशान है।
कोरोना की पहली और दूसरी लहर न देश को हिला कर रख दिया था। अब कोरोना की तीसरी लहर और ओमिक्रोम वायरस ने एक बार फिर देश को चिंता में डाल दिया है। देश के 5 राज्यो में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी कोरोना वायरस खलल डाल रहा है, चुनाव पर्व किसी त्यौहार से कम नही होता है है, लेकिन कोरोना के कारण चुनाव आयोग ने वर्चुअल रैली के लिये आदेश कर दिया है। जिसका असर राजनैतिक पार्टियों पर पड़ा ही है साथ चुनाव सामग्री बनाने वाले व्यापारी भी परेशान हो गये हैं, व्यापारियों ने लाखों रुपये कीमत से चुनाव सामग्री बनवाकर स्टॉक कर लिया था लेकिन वर्चुअल रैली और जनसभा के आदेश से व्यापारी के माथे में ठंड में भी पसीना ला दिया है। व्यापारी ने बताया की लाखो कीमत का चुनाव सामग्री का माल स्टॉक किया जा चुका है, उस पर वर्चुअल रैली के आदेश से लाखों का नुकसान हर व्यापारी को होगा, जिसने चुनाव सामग्री का स्टॉक कर रखा है, फुटकर तरीके से कुछ सामान बिका लेकिन अब सब ठप है वैसे भी अभी तक प्रत्याशियों के नाम भी नही खुले है,यदि यू रैली हुई तो लाखो का माल बेकार हो जायेगा।
इब्ने हसन ज़ैदी
Initiate News Agency (INA) , कानपुर