कानपुर: बिजली न फर्नीचर,जर्जर भवन में चल रहा दफ्तर
कानपुर: सहायक चकबंदी अधिकारी समेत कर्मचारी नर्वक तहसील सर्किल के सरसौल चकबंदी कार्यालय में जिस भवन में संचालित है उसमे बिजली का कनेक्शन ही नहीं है। जहाँ एक ओर केंद्र सरकार घर घर बिजली पहुँचामें की लाख कोशिश कर रही हैं वही सरसौल विकास खंड केक्षेत्र के सहायक चकबंदी कार्यालय में बिजली व्यवस्था न होने से कर्मचारियों के माथे से पसीना टपकता नजर आया, साथ बैठने के लिए भी समुचित व्यवस्था नही है,पूरा भवन जर्जर व सिलन से भरा है।
ऐसे माहौल में चकबंदी कर्मी भवन में वर्षो से काम करने को विवश हैं। सरसौल कस्बे में स्थित सहायक चकबंदी अधिकारी का कार्यालय बना हुआ है गौरतलब बात यह है कि इस भवन में किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नही है,कर्मचारियों ने बताया कि सरकार ने न तो बिजली और न ही पीने के पानी की व्यवस्था करवाई भवन में साफ सफाई भी नही होती। फर्नीचर भी काम चलाऊ है। वर्तमान में नर्वल सर्किल में सहायक चकबंदी अधिकारी व कर्मचारियों का हाल बेहाल,दस गांवों में पुरवा मीर ,डोमनपुर, महोली, महुवागाव, ,सिखठिया, बिराहीनपुर, नजफगढ़ समेत कई गांवों में चकबंदी प्रक्रिया चल रही है।
बड़ा सवाल यह है कि जब कर्मचारियों के लिए बिजली पानी व बैठने की समुचित व्यवस्था नहीं है तो फरियादियों का क्या होगा। यहां कार्यरत कर्मचारी कहते हैं कि छत जर्जर है और बिजली भी नहीं है। मच्छर दिन में ही नोचते हैं परंतु काम करना मजबूरी है। दस गांवों में चकबंदी का काम निपटाने के बाद कार्यालय स्थानान्तरित किया जाएगा।
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रूप शरण गौतम (कानूनगो ) |
Initiate News Agency (INA)