अयोध्या। अयोध्या धर्मनगरी के साथ अब राजनीतिक अखाड़ा बनता जा रहा है/सभी राजनीतिक दल चुनावी प्रचार अयोध्या से शुरु कर रहे हैं
अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की धर्म नगरी अयोध्या एक तरफ जहां राम मंदिर निर्माण और अयोध्या के विकास को लेकर चर्चा में चल रही है। वहीं दूसरी तरफ 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा का होने वाले चुनाव चुनाव प्रचार का बिगुल राजनीतिक दल अयोध्या से ही फूंक रहे हैं। अभी गत माह में बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश मिश्रा ने अयोध्या में पहुंचकर राम मंदिर में अपना माथा टेका और पत्रकारों से वार्ता किया सभा किया और उन्होंने साफ शब्दों में कहा की राम सकते हैं। ऐसे में अब लग रहा है कि सभी राजनीतिक दलों को राम का ही सहारा है। 7 सितंबर को रुदौली में ओवैसी की सभा असदुद्दीन ओवैसी की सभा का पोस्टर जिसमें अयोध्या की जगह फैजाबाद लिखा गया।
03 सितम्बर को सपा के प्रदेश अध्यक्ष उत्तम पटेल अयोध्या जनपद पहुंच कर अपनी हाजिरी मतदाताओं में दर्ज कराई।
जिस तरह से विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां अयोध्या का रुख कर रही हैं, उससे ऐसा लगता है कि सभी को जीत के लिए भगवान राम का सहारा है। भाजपा, बसपा और सपा के बाद अब आप और ओवैसी भी अयोध्या जनपद से विधानसभा चुनाव 2022 का चुनावी शंखनाद कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर रामनगरी अयोध्या अब राजनीति का अखाड़ा बनती जा रही है। भाजपा तो पहले से ही रामनगरी को लेकर चर्चित थी, लेकिन उसी की तर्ज पर समाजवादी पार्टी,आप पार्टी, और बहुजन समाज पार्टी के बाद अब ओवैसी का रुख भी अयोध्या की तरफ है। ओवैसी 7 सितंबर को अयोध्या पहुंच रहे हैं। वे जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर रुदौली में एक जनसभा करेंगे। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। ओवैसी का अयोध्या जनपद से चुनावी शंखनाद करना चर्चा का विषय बना हुआ है।
जिस तरह से विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां अयोध्या का रुख कर रही हैं, उससे ऐसा लगता है कि सभी को जीत के लिए भगवान राम का सहारा है। या सही है कि राम किसी एक के नहीं है बल्कि राम सबके हैं और सबको राम पर भरोसा करना चाहिए। भाजपा तो भगवान राम को लेकर पहले से ही चर्चा में रही है कि वह राम के नाम को लेकर चुनाव मैदान में उतरती है। लेकिन आने वाले इस विधानसभा चुनाव में लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां अयोध्या पहुंच रही हैं।
14 सितंबर को आम आदमी पार्टी की तिरंगा यात्रा करेगी।
सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मण सम्मेलन कर राजनीतिक पार्टियों को सकते में डाला। सतीश मिश्रा ने मंच से भगवान श्रीराम के जयकारे भी लगाए। तो वहीं समाजवादी पार्टी भी अयोध्या पहुंचकर चुनावी बिगुल फूंक दिया है।
14 सितंबर को आम आदमी पार्टी भी अयोध्या में तिरंगा यात्रा निकाल रही है चुनावी शंखनाद करेगी। बताया गया है कि इस तिरंगा यात्रा में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह व 1 दर्जन से अधिक दिल्ली के विधायक शामिल होंगे।
ओवैसी की जनसभा के लिए जो पोस्टर बनाए गए हैं उसमें अयोध्या जनपद की जगह फैजाबाद लिखा हुआ है। जो चर्चा का विषय है। माना जा रहा है कि ओवैसी अयोध्या और फैजाबाद को लेकर सियासत करने के मूड में हैं। वहीं, विपक्ष ओवैसी पर भाजपा का एजेंट बनने का आरोप लगाता आया है। क्योंकि ओवैसी मुसलमानों का वोट ही काटेंगे। ऐसे में नुकसान सपा, बसपा व कांग्रेस का ही होना है।
ऐसे में अब देखा जा रहा है कि अयोध्या धर्मनगरी के साथ, रामनगरी के साथ 2022 के होने वाले विधानसभा चुनाव में चुनावी अड्डा बनता जा रहा है और सभी राजनीतिक दल अयोध्या से शुभ मुहूर्त में अपने चुनावी शंखनाद करके चुनाव जीतने की तैयारी कर रहे हैं। यद्यपि चुनावी सेहरा किसी एक दल के सर पर बंधेगा लेकिन सभी राजनीतिक दल अभी से ही 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा की चुनाव के लिए जुट गए हैं।
देव बक्श वर्मा
Initiate News Agency (INA), अयोध्या