केंद्रीय बजट में किसानों की आय बढ़ाने के उपाय..
केंद्रीय बजट में किसानों की आय बढ़ाने के उपाय..
नई दिल्ली| केंद्रीय बजट में किसानों की आय बढ़ाने के उपाय " विषयक शीर्षक से प्रकाशित मेरा यह आर्टिकल आज स्वदेश अखबार सहित कई अखबारों में प्रकाशित हुआ है। कोरोना काल में जहां विश्व के बड़े बड़े देशों की अर्थव्यवस्था विध्वंस हो गई वहीं भारत की अर्थव्यवस्था गतिमान है। इस विकट परिस्थिति में इससे अच्छी बजट की उम्मीद ही नहीं की जा सकती है। केंद्रीय बजट में ऋण व्यवस्था से किसानों के हित साधक बनने की कोशिश हुई हैं। किसानों के लिए 16:5 लाख करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। किसानों को जब आसानी से सरकारी ऋण मिलेगा तब किसानों को कारपोरेट, महाजनी और आढ़त लुटेरों से मुक्ति मिलेगी।किसानों की बचत आय में वृद्धि होगी।
मोदी सरकार की प्राथमिकता छोटे किसानों की बचत आय को दुगनी करने की है। छोटे किसानों के हित साधक बनने की है। किसानों की बचत आय बढ़ाने के लिए नई प्राथमिकता तय हुई है। दुग्ध उत्पादन और मछली पालन का नया क्षेत्र विकसित किया जाना है। दुग्ध उत्पादन और मछली पालन से किसानों की बचत आय बढ़ेगी। कृषि के क्षेत्र में किसानों को नया और अतिरिक्त विकल्प मिलेगा।
देश में पहली बार मोदी सरकार किसानों को नकद राशि देने की शुरुआत की थी। हर किसान को प्रतिवर्ष छह हजार रुपए की राशि मिलती है। इसके साथ ही साथ मोदी सरकार किसानों के उत्पादन को खरीद भी रही है। किसानों के उत्पादन को न्यूनतम समर्थन मूल्य भी दे रही है। इसके कारण किसानों को शोषण से मुक्ति भी मिल रही है। अच्छी बजट और कल्याणकारी योजनाओं से मोदी सरकार की विश्वसनीयता छोटे किसानों के बीच बढ़ेगी।
विष्णु दत्त, राजनीति विशेषज्ञ/विश्लेषक व वरिष्ठ पत्रकार