किसान आन्दोलन: किसी भी विषय के बारे में पूरी जानकारी होने के बाद ही करनी चाहिए चर्चा- फिल्मस्टार गोविंदा
किसान आन्दोलन: किसी भी विषय के बारे में पूरी जानकारी होने के बाद ही करनी चाहिए चर्चा- फिल्मस्टार गोविंदा
कानपुर| रुपहले परदे पर अपनी अदाकारी से दर्शको को लोट-पोट करने वाले फिल्म स्टार गोविंदा ने किसान आंदोलन पर विस्तृत बात करते हुए कहा कि जब से मैं पालटिक्स से निकला हूँ तब से किसी राजनैतिक पार्टी पर कोई चर्चा नहीं करी है लेकिन राजनैतिक पार्टी पर चर्चा ना करना कोई भय का विषय नहीं है| मै समाज से निकला हूँ इसलिए मेरा दायित्व बनता है कि इन सभी विषयो पर चर्चा करूं| पूरे देश की परिस्थिति देखने के बाद में आप समझ पाए है कि क्या आंदोलन हो रहे है, कैसे और क्यों हो रहे है| वो राजनैतिक है या फिर स्पर्धक है या फिर समय की पुकार निकली है इसलिए यह विषय बहुत ही सवेंदशील है| जो उसको समझते है, जूझ रहे है वो उनकी सवेदनाओ को समझे| यह दोनों तरफ का मामला है| एक तरफ देशकाल परिस्थिति सोचने का है और दूसरी तरफ जो बाधा आ रही है यह उसका विषय है इसलिए कलाकार को उस पर चर्चा नहीं करनी चाहिए|
वहीं किसान आंदोलन पर विदेशी हस्तियों द्धारा ट्वीट करने और लता मंगेशकर व सचिन तेंदुलकर द्धारा ट्वीट करने के सवाल पर गोविंदा ने कहा कि यह तो प्रश्न करने वाला ही है वो कभी नहीं चूकेंगे लेकिन उनको लोग समझाए कि जिसका जो विषय है उसकी जानकारी पूरी होनी चाहिए| तभी उस विषय पर चर्चा करनी चाहिए| यह नहीं होना चाहिए की किसी से सुन लिया, देख लिया और सोच लिया| यह किसी के लिए अच्छा नहीं है लेकिन गोविंदा ने किसान आंदोलन पर यह जरूर कहा कि लोगो को कष्ट है और वो कष्ट से जूझ रहे है इसलिए समय के हिसाब से विषय समाधान की तरफ बढ़ेगा| ऐसा नहीं हो सकता कि जो तकलीफ है वो वैसी बनी रहेगी| गोविंदा ने कहा कि देश बहुत सवेंदनशील है इसलिए ऐसा नहीं हो सकता कि देश में कष्ट रहे| उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि पार्टी से थोड़ा सा बाहर निकलकर देखा करते है तो समझ में आता है कि यह राजकीय व्यवस्था है और यह सामाजिक कष्ट है| दोनों का सामंजस्य कहाँ जाकर होगा और कैसे होगा| काफी समय हो गया है लेकिन थोड़ा सा ठहरकर इसका समाधान निकले तो अच्छा है|
उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनाये जाने के सवाल पर गोविंदा ने कहा कि सरस्वती पूजन और सेवा जंहा हो, जिस रूप में हो, जैसे हो इसमें कभी किसी प्रकार का दोष दिखे नहीं| चाहे राजनैतिक सोच विचार के लोग हो या चाहे जंहा से हो| किसी शक्ति का निर्माण तब तक नहीं हो सकता जब तक उसके मूल में माँ सरस्वती की कृपा ना हो इसलिए जो मूल है उसमे स्पर्धा ना करे| इसे जो प्राप्त करवाए जो व्याप्त करवाए और यंहा से लेकर पूरे विश्व में सभी के छा जाने का जो मौक़ा आता है इसलिए यंहा से जो कलाकार निकलेंगे वो विख्यात हो जाएंगे|
बाईट - गोविंदा (फिल्म स्टार)
इब्ने हसन जैदी
आईएनए न्यूज़ एजेंसी, कानपुर उत्तर प्रदेश