स्वसहायता समूह की महिलाओं का अनोखा प्रदर्शन, गले मे फांसी का फंदा डालकर पहुँची कलेक्ट्रेट
स्वसहायता समूह की महिलाओं का अनोखा प्रदर्शन, गले मे फांसी का फंदा डालकर पहुँची कलेक्ट्रेट
फांसी का फंदा गले मे डालकर कलेक्ट्रेट पँहुची महिलाएं
बैतूल| मध्यप्रदेश के बैतूल में स्वसहायता समूह की महिलाओं का लगभग 6 माह से मानदेय न मिलने के कारण करीब एक सैकड़ा महिलाएं गले मे फांसी का फंदा डालकर अनोखा प्रदर्शन करते हुए रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पँहुच गई जंहा उन्होंने तहसीलदार को अपनी समस्या बताते हुए ज्ञापन सौंपा |शासकीय विद्यालयों में बच्चो के लिए स्व सहायता समूह की महिलाओं से भोजन बनवाया जाता है लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान लॉक डाऊन के बाद से 6 माह से इन समूह की महिलाओं को वेतन नही दिया गया| वेतन नही मिलने से महिलाओं को अपना जीवन यापन करना मुश्किल ही गया है|
स्वसहायता समूह की महिलाओं का कहना है कि मप्र शासन ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मध्यान भोजन बनने समूह बनाया लेकिन अब समूह की सदस्यों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है क्योंकि लॉकडाऊन के बाद से वेतन नही दिया गया वंही शिक्षकों को वेतन बराबर दिया जा रहा है|
इनका वेतन नही काटा गया है| हम समूह की महिलाएं बराबर स्कूल जा रहे है वँहा साफ सफाई कर रही है एवं बाग बगीचों को तैयार कर रही है इसके साथ ही बच्चो को राशन बांटने गांव गांव जा रही है स्वयं के खर्चे ओर से इतना ही नही शासन इन महिलाओं की समस्याओं से मुह मोड़ता नजर आ रहा है | समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन शासन को सौपा है|
बैतुल से शशांक सोनकपुरिया की रिपोर्ट