राष्ट्रीय युवा दिवस पर स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर एक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
राष्ट्रीय युवा दिवस पर स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर एक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
शाहजहाँपुर। इस्लामिया इण्टर कालेज शाहजहाँपुर में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें स्वामी विवेकानंद के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा प्रकाश डाला गया।
प्रधानाचार्य मोहम्मद आमीन की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में विचार प्रकट करते हुये डाक्टर मलिक असमत अली ने स्वामी विवेकानंद शिकागो सम्मेलन एवं उनके भाषण को याद किया । स्वामी विवेकानंद ने शिकागो सम्मेलन में मानवीयता को महत्वपूर्ण स्थान दिया तथा ऊँच-नीच को समाज से दूर करने का आह्वान किया था । प्रवक्ता मोहम्मद अफरोज़ खान ने कहा कि स्वामी जी के जीवन को आज के युवाओं के लिए एक प्रकार से मार्ग दर्शक का कार्य कर सकता है। 30 वर्ष की आयु में शिकागो के विश्व धार्मिक सम्मेलन में भारत देश का प्रतिनिधित्व करना और दो मिनट के भाषण से सबको अपनी ओर आकर्षित करना उनके प्रतिभा का सबसे बड़ा उदाहरण है । 39 वर्ष के अल्पायु में ही उनहोंने दुनिया को वह कार्य कर दिखाया है कि वह दुर्लभ ही कहीं देखने को मिलता है । उनके जीवन को भारतीय युवाओं के लिए उदाहरण स्वरूप में पेश किया जा सकता है ।
प्रधानाचार्य मोहम्मद आमीन ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के जीवन युवाओं को उनके अंदर छुपी हुई शक्तियों को उजागर करने का काम करती हैं। स्वामी विवेकानंद की जीवन का अध्ययन करना आज के हर एक छात्र के लिए उतना ही आवश्यक है जितना कि अन्य कार्य । संचालन हन्नान ने किया। इस अवसर पर कालेज के शिक्षकगणों में इश्तियाक अली' निसार हसन खान 'हुसैन मोहम्मद मुस्तफा' मोहम्मद आस़िफ खाँ ' मोहम्मद राशिद खान ' मुजीबुर रहमान खान ' संजीव उपाध्याय आदि के साथ छात्र उपस्थित रहे।
फ़ैयाज़ उद्दीन, शाहजहाँपुर