प्रदेश सरकार की गलत नीतियों से समितियों में धान खरीदी बंद-भाटिया
प्रदेश सरकार की गलत नीतियों से समितियों में धान खरीदी बंद-भाटिया
भूपेश सरकार खरीदी केन्द्रों में अतिशीघ्र व्यवस्था बहाल करे
राजनांदगांव। प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं खुज्जी के विधायक रहे रजिंदर पाल सिंह भाटिया ने समितियों में धान खरीदी के दौरान व्याप्त अव्यवस्था पर प्रदेश की भूपेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकार द्वारा आधी-अधूरी तैयारी के बीच धान खरीदी शुरू करने से किसानों को अपनी उपज को बेचने में भी पसीना बहाना पड़ रहा है। समय पर बारदानों की व्यवस्था नहीं होने और खरीदे गए धान के उठाव हेतु समुचित इंतजाम नहीं होने के कारण जिले के कई केन्द्रों में धान खरीदी बंद करनी पड़ रही है।
श्री भाटिया ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसानों को अपनी उपज को बेचने के लिए बेवजह परेशान होना पड़ रहा है। उन्होंने छुरिया विकासखंड के दर्जन भर धान खरीदी केन्द्रों का जायजा लेने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा के 15 वर्षों के शासन काल में भी कभी धान खरीदी के दौरान किसानों को इस तरह से परेशानी नहीं उठानी पड़ रही है, जैसा कि आज कांग्रेस शासन में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं को किसान पुत्र बताते हुए कभी अघाते नहीं हैं, ऐसे में उन्हें इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए कि किसानों को अपनी उपज को समितियों में बेचने में क्या-क्या परेशानी हो रही है और उन परेशानियों को दूर करने के लिए तत्काल इंतजाम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक तो प्रदेश सरकार द्वारा एक माह विलंब से धान की खरीदी शुरू की गई और वह भी आधी-अधूरी तैयारी के साथ। जबकि सरकार ने स्वयं धान खरीदी के लिए एक दिसंबर की तारीख तय कर रखी थी। ऐसी स्थिति में खरीदी शुरू करने के पहले ही पर्याप्त बारदानों की व्यवस्था कर लेना था और खरीदे गए धान के परिवहन के लिए आवश्यक प्रक्रिया को पूरी कर लिए होते तो आज किसानों को आज यह दिन देखना नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि सरकार की गोलमोल नीतियों का खामियाजा पद्रेश की जनता और किसानों को भुगतना पड़ रहा है। श्री भाटिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार अतिशीघ्र धान खरीदी केन्द्रों में व्यवस्था सुचारू कर किसानों से धान खरीदी तत्काल शुरू कराए, नहीं तो भाजपा चुप नहीं बैठने वाली है और किसानों को लेकर बड़ा आंदोलन करेगी।
हेमंत वर्मा