बनतारा वृद्धाश्रम में रह रहें वृद्धजनों की हर संभव मदद की जाए- जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह
बनतारा वृद्धाश्रम में रह रहें वृद्धजनों की हर संभव मदद की जाए- जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह
शाहजहांपुर। भारतीय समाज में परम्परागत नियम एवं मूल वृद्धों की देख-भाल करने पर बल देते है परन्तु संयुक्त परिवार प्रणाली टूट-फूट के कारण वृद्धों की व्यापक संख्या का उनके परिवार द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है परिणामस्वरूप अधिकांश वृद्ध व्यक्ति विशेषता विधवायें अपने अन्तिम समय को अकेले जीवन यापन व्यतीत करने के लिए बाध्य हो रही है तथा वह भावनात्मक उपेक्षा और शारीरिक अक्षमता एवं वित्तीय समर्थन के अभाव में रहती है।
ऐसे वृद्ध व्यक्तियों की देख-भाल और संरक्षण पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। यह बात जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में उ0प्र0 माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण कल्याण नियमावली-2014 के अन्तर्गत वृद्धाश्रम के संचालन हेतु गठित समिति के सदस्यों के साथ आयोजित बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने कहा है कि माता-पिता व वरिष्ठ नागरिक (60 वर्ष या अधिक) जो स्वयं का भरण पोषण करने में असमर्थ है वह संतान से भरण पोषण का दावा कर सकते है।
जिलाधिकारी ने कहा है कि बनतारा वृद्धाश्रम में रह रहें वृद्धजनों की हर संभव मदद की जाए। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक 15 दिवस में एक बार महिला/पुरूष डाॅक्टरों से वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। जिलाधिकारी ने कहा है कि अधिकतर वृद्धजनों को आॅंख, कान व जोड़ों का दर्द आदि की समस्या होती है। इसलिए विषेष तौर से हड्डी, कान, आंख आदि के विषेषज्ञों से भी जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि शीतऋतु का समय चल रहा है, इसलिए ठण्ड से बचाव हेतु कपड़ों की व्यवस्था की जाए। इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा है कि वृद्धाश्रम में भोजन रोस्टर के अनुसार गुणवत्तापूर्ण दिया जाए। उन्होंने कहा है कि परिवार में ऐसे वृद्धजन जिनका पालन-पोषण सही तरीके से नहीं हो रहा है वह वृद्धाश्रम में रह सकतें है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रेरणा शर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुमन कुमार, समिति के सदस्य हरगोविन्द मोदी, विमला, यदुनाथ, जे0डी सक्सेना आदि उपस्थित रहें।
फ़ैयाज़ उद्दीन, शाहजहाँपुर