अति कुपोषित बच्चों के लिए नई खाद्यान्न वितरण व्यवस्था के अंतर्गत ड्राई राशन वितरण व्यवस्था का शुभारम्भ
अति कुपोषित बच्चों के लिए नई खाद्यान्न वितरण व्यवस्था के अंतर्गत ड्राई राशन वितरण व्यवस्था का शुभारम्भ
शाहजहांपुर. जनपद में 6 माह से 3 वर्ष , 3 से 6 वर्ष, गर्भवती धात्री, 11 से 14 वर्ष की स्कूल ना जाने वाली किशोरी बालिकाओं एवं 6 वर्ष तक के अति कुपोषित बच्चों को नई खाद्यान्न वितरण व्यवस्था के अंतर्गत ड्राई राशन वितरण व्यवस्था का शुभारम्भ कर दिया गया है। यह बात जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने विकास भवन सभागार में समस्त एसडीएम, समस्त बीडीओ, समस्त सीडीपीओ, समस्त मुख्य सेविकाएं एवं यूपीएसआरएलएम के लोगों को नई खाद्यान्न वितरण व्यवस्था (ड्राई राशन वितरण) के प्रशिक्षण दौरान कहीं।
जिलाधिकारी ने कहा है कि 6 माह से 3 वर्ष ,3 से 6 वर्ष, गर्भवती धात्री, 11 से 14 वर्ष की स्कूल ना जाने वाली किशोरी बालिकाओं एवं 6 वर्ष तक के अति कुपोषित बच्चों को नई खाद्यान्न वितरण व्यवस्था के अंतर्गत ड्राई राशन का वितरण नगर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह द्वारा वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि 11 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरियों को प्रत्येक माह 2 किलो गेंहूं, एक किलो चावल, 0.75 किलो दाल तथा त्रैमासिक 450 ग्राम देशी घी व 750 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जाएगा। इस प्रकार गर्भवतीधात्री महिला लाभार्थियों को प्रत्येक माह 2 किलो गेंहूं, एक किलो चावल, 0.75 किलो दाल तथा त्रैमासिक 450 ग्राम देषी घी व 750 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि 6 माह से 3 वर्ष के बच्चों को प्रत्येक माह 1.5 किलो गेंहूं, एक किलो चावल, 0.75 किलो दाल तथा त्रैमासिक 450 ग्राम देषी घी व 400 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा है कि 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को प्रत्येक माह 1.5 किलो गेंहूं, एक किलो चावल तथा त्रैमासिक 400 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जायेगा। उन्होंने बताया है कि अतिकुपोषित बच्चों को प्रत्येक माह 2.5 किलो गेंहूं, एक किलो चावल, 0.50 किलो दाल तथा त्रैमासिक 900 ग्राम देषी घी व 750 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जायेगा।
जिलाधिकारी ने कहा है कि नई खाद्यान्न वितरण व्यवस्था के अंतर्गत ड्राई राशन वितरण व्यवस्था की निगरानी ब्लाक स्तर पर उपजिलाधिकारी अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष खण्ड विकास अधिकारी होंगे। इसके अतिरिक्त पूर्व व्यवस्था की भांति निगरानी टीम रहेगी। उन्होंने कहा कि नई खाद्यान्न वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत आई0सी0डी0एस की भूमिका होगी कि लाभार्थी की संख्या के आधार पर त्रैमासिक मांग (माह-वार) पत्र बनाना एवं प्रत्येक माह के अन्त में लाभार्थी की सूचना पोर्टल पर अपडेट करना तथा तीनों विभागों-आजीविका मिषन, च्ब्क्थ्, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को मांग पत्र भेजना व दुग्ध पदार्थ- देसी घी एवं स्किम्ड मिल्क पाउडर को बाल विकास परियोजना कार्यालय में त्रैमास में एक बार प्राप्त करना तथा प्रत्येक माह वितरण दिवस को ‘‘पोषण उत्सव’’ के रूप में मनाना होगा। ड्राई राषन का प्रयोग कर रेसिपी बनने हेतु लाभार्थी को बताना एवं वितरण का डेटा क्प्। पोर्टल में भरना एवं वितरित व शेष खाद्यान्न का मिलान करना होगा। प्रशिक्षण में मुख्य विकास अधिकारी प्रेरणा शर्मा, उपजिलाधिकारी जलालाबाद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
फ़ैयाज़ उद्दीन, शाहजहाँपुर