अगर मन की बात हो चुकी हो तो प्रधानमंत्री को देश के मुद्दों पर भी बात करनी चाहिए- लखन प्रताप सिंह
अगर मन की बात हो चुकी हो तो प्रधानमंत्री को देश के मुद्दों पर भी बात करनी चाहिए- लखन प्रताप सिंह
शाहजहाँपुर.
प्रसपा के प्रदेश अध्यक्ष लखन प्रताप सिंह ने कहा अगर प्रधान मंत्री मोदी जी मन की बात कर चुके हों तो अब देश के मुद्दों पर भी बात करनी चाहिए लखन ने कहा देश आज बुरे दौर से गुज़र रहा है और प्रधानमंत्री अपनी मन की बात कह रहे हैं ।देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है आम जनता के पास रोज़गार नहीं है देश के पड़े लिखे नौजवान नौकरी के लिए तरस रहे हैं और देश के प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से निवेदन करना चाहूंगा कि अब अगर सारे मुद्दों पर बात हो चुकी हो तो देश के उन नागरिकों पर भी ध्यान दे दीजिए जो इस कोविड-19 काल में उनकी जिंदगी कीड़ा मकोड़ों की तरह आप लोगों ने कर दी है.
इस समय हमारे देश और उत्तर प्रदेश के प्रवासी भाई बहन व छोटे दर्जे के किसान बहुत ज्यादा परेशान हैं उनके पास ना तो कोई रोजगार है और ना कोई खाने पीने की व्यवस्था ना रहने की व्यवस्था बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोग भूख की वजह से मर रहे हैं सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए जिससे इन लोगों का भी कल्याण हो सके खाली बातों से ही काम नहीं चलेगा।लखन ने कहा मित्रों बताना चाहूंगा आप लोगों को मैं कोई इतना बड़ा आदमी तो नहीं हूं लेकिन अगर कोई ऐसा परिवार हो जिसको वास्तव में खाने-पीने की ज्यादा परेशानी हो रही हो उसको हमारा नंबर दीजिए मैं उसकी जरूर मदद करूंगा चाहे मुझे कहीं भी जाना पड़े।
फ़ैयाज़ उद्दीन शाहजहाँपुर
शाहजहाँपुर.
प्रसपा के प्रदेश अध्यक्ष लखन प्रताप सिंह ने कहा अगर प्रधान मंत्री मोदी जी मन की बात कर चुके हों तो अब देश के मुद्दों पर भी बात करनी चाहिए लखन ने कहा देश आज बुरे दौर से गुज़र रहा है और प्रधानमंत्री अपनी मन की बात कह रहे हैं ।देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है आम जनता के पास रोज़गार नहीं है देश के पड़े लिखे नौजवान नौकरी के लिए तरस रहे हैं और देश के प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से निवेदन करना चाहूंगा कि अब अगर सारे मुद्दों पर बात हो चुकी हो तो देश के उन नागरिकों पर भी ध्यान दे दीजिए जो इस कोविड-19 काल में उनकी जिंदगी कीड़ा मकोड़ों की तरह आप लोगों ने कर दी है.
इस समय हमारे देश और उत्तर प्रदेश के प्रवासी भाई बहन व छोटे दर्जे के किसान बहुत ज्यादा परेशान हैं उनके पास ना तो कोई रोजगार है और ना कोई खाने पीने की व्यवस्था ना रहने की व्यवस्था बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोग भूख की वजह से मर रहे हैं सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए जिससे इन लोगों का भी कल्याण हो सके खाली बातों से ही काम नहीं चलेगा।लखन ने कहा मित्रों बताना चाहूंगा आप लोगों को मैं कोई इतना बड़ा आदमी तो नहीं हूं लेकिन अगर कोई ऐसा परिवार हो जिसको वास्तव में खाने-पीने की ज्यादा परेशानी हो रही हो उसको हमारा नंबर दीजिए मैं उसकी जरूर मदद करूंगा चाहे मुझे कहीं भी जाना पड़े।
फ़ैयाज़ उद्दीन शाहजहाँपुर