अयोध्या: श्री राम एयरपोर्ट के दूसरे चरण के विस्तारीकरण के लिए 4 गांव और शामिल
अयोध्या: श्री राम एयरपोर्ट के दूसरे चरण के विस्तारीकरण के लिए 4 गांव और शामिल
मुआवजा कम देने के कारण किसान अपनी भूमि देने को नहीं हो रहे तैयार
अयोध्या।
अयोध्या में श्री राम एयरपोर्ट बनाने के लिए एक तरफ जहां प्रदेश सरकार गति प्रदान कर रही है। वहीं दूसरी तरफ कुछ गांव का मुआवजा कम देने के कारण किसान अपनी भूमि देने के लिए तैयार नहीं है। जिसको लेकर राजनीति रंग भी चढ़ने लगा है। श्री राम एयरपोर्ट के दूसरे चरण के विस्तारीकरण में चार और गांव के किसानों की भूमि ली जानी है। यह गांव पूरे हुसैन खां, फिरोजपुर, कुशमाहा व सरेठी हैं। पहले चरण के तीन गांव जनौरा, गंजा व धर्मपुर सआदत भी दूसरे चरण के विस्तारीकरण में शामिल हैं।
पहले व दूसरे चरण में मिलाकर लगभग 600 एकड़ भूमि सात राजस्व ग्रामों के किसानों से खरीदना प्रस्तावित है। यह वह किसान होंगे जिनकी भूमि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए प्रस्तावित है। दूसरे चरण में भी लगभग 70 एकड़ भूमि धर्मपुर सआदत के किसानों से ली जानी है। पहले चरण में 48 एकड़ भूमि भी विस्तारीकरण के लिए इस गांव के किसानों की प्रस्तावित है। इस गांव के किसान जनौरा के मुकाबले मुआवजे की धनराशि कई गुना कम होने से अपनी भूमि देने को राजी नहीं है।
इनका विरोध प्रदर्शन ने राजनीतिक रंग ले चुका है। समाजवादी पार्टी व कांग्रेस का समर्थन मिल जाने से संबंधित किसान बहुत उत्साहित हैं। गैर भाजपाई राजनीतिक दलों का समर्थन जुटाने के लिए वे प्रयासरत हैं। उनकी दलील भी जायज है कि जनौरा के मुकाबले उनके मुआवजे की धनराशि कई गुना कम है, जो न्याय संगत नहीं है। राजनीतिक रंग ले चुके उनके आंदोलन से अधिकारी भी परेशान हैं।
श्री राम एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ केंद्र सरकार से दिला चुके हैं।छोटे व बड़े वायुयान यहां के एयरपोर्ट के रनवे से उड़ने और उतरने हैं। पर धर्मपुर सहादत के किसानों की नाराजगी दूर करने का अभी तक प्रशासनिक अमला कोई रास्ता नहीं खोज सका। किसानों को राजी करने का प्रयास सफल होता नहीं दिख रहा है। करीब 115 एकड़ भूमि एयरपोर्ट में इस गांव के किसानों से सहमत के आधार पर खरीदना प्रस्तावित है।
देव बक्श वर्मा, अयोध्या
मुआवजा कम देने के कारण किसान अपनी भूमि देने को नहीं हो रहे तैयार
अयोध्या।
अयोध्या में श्री राम एयरपोर्ट बनाने के लिए एक तरफ जहां प्रदेश सरकार गति प्रदान कर रही है। वहीं दूसरी तरफ कुछ गांव का मुआवजा कम देने के कारण किसान अपनी भूमि देने के लिए तैयार नहीं है। जिसको लेकर राजनीति रंग भी चढ़ने लगा है। श्री राम एयरपोर्ट के दूसरे चरण के विस्तारीकरण में चार और गांव के किसानों की भूमि ली जानी है। यह गांव पूरे हुसैन खां, फिरोजपुर, कुशमाहा व सरेठी हैं। पहले चरण के तीन गांव जनौरा, गंजा व धर्मपुर सआदत भी दूसरे चरण के विस्तारीकरण में शामिल हैं।
पहले व दूसरे चरण में मिलाकर लगभग 600 एकड़ भूमि सात राजस्व ग्रामों के किसानों से खरीदना प्रस्तावित है। यह वह किसान होंगे जिनकी भूमि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए प्रस्तावित है। दूसरे चरण में भी लगभग 70 एकड़ भूमि धर्मपुर सआदत के किसानों से ली जानी है। पहले चरण में 48 एकड़ भूमि भी विस्तारीकरण के लिए इस गांव के किसानों की प्रस्तावित है। इस गांव के किसान जनौरा के मुकाबले मुआवजे की धनराशि कई गुना कम होने से अपनी भूमि देने को राजी नहीं है।
इनका विरोध प्रदर्शन ने राजनीतिक रंग ले चुका है। समाजवादी पार्टी व कांग्रेस का समर्थन मिल जाने से संबंधित किसान बहुत उत्साहित हैं। गैर भाजपाई राजनीतिक दलों का समर्थन जुटाने के लिए वे प्रयासरत हैं। उनकी दलील भी जायज है कि जनौरा के मुकाबले उनके मुआवजे की धनराशि कई गुना कम है, जो न्याय संगत नहीं है। राजनीतिक रंग ले चुके उनके आंदोलन से अधिकारी भी परेशान हैं।
श्री राम एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ केंद्र सरकार से दिला चुके हैं।छोटे व बड़े वायुयान यहां के एयरपोर्ट के रनवे से उड़ने और उतरने हैं। पर धर्मपुर सहादत के किसानों की नाराजगी दूर करने का अभी तक प्रशासनिक अमला कोई रास्ता नहीं खोज सका। किसानों को राजी करने का प्रयास सफल होता नहीं दिख रहा है। करीब 115 एकड़ भूमि एयरपोर्ट में इस गांव के किसानों से सहमत के आधार पर खरीदना प्रस्तावित है।
देव बक्श वर्मा, अयोध्या