सपाइयों ने 1965 के जंग के हीरो वीर अब्दुल हमीद को दी श्रद्धांजलि
सपाइयों ने 1965 के जंग के हीरो वीर अब्दुल हमीद को दी श्रद्धांजलि
शाहजहांपुर।
1965 की जंग में पाकिस्तान को लोहे के चने चबाने वाले भारतीय सेना के हवलदार शहीद वीर अब्दुल हमीद को समाजवादी पार्टी के नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। कैंट में स्थित वीर अब्दुल हमीद पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां ने कहा कि वीर अब्दुल हमीद ने 1965 की जंग के दौरान पाकिस्तान के तीन पैटर्न टैंकों को उड़ा दिया था। फोर ग्रेनेडियर के कंपनी कमांडेंट अब्दुल हमीद चौथे पैटन टैंक को नष्ट करते हुए 10 सितम्बर 1965 को शहीद हो गए थे । सरकार ने उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया था। देश में परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का नाम गौरव के साथ लिया जाता है। उनकी शहादत को हमेशा याद किया जाएगा। रणंजय यादव ने कहा कि शहीद वीर अब्दुल हमीद ने राष्ट्रीय धर्म को सर्वोपरि मानते हुए देश को सैन्य ताकत का अहसास करवाया। यह दिन भारत के लिए गर्व की बात है।
फ़ैयाज़ उद्दीन शाहजहाँपुर
शाहजहांपुर।
1965 की जंग में पाकिस्तान को लोहे के चने चबाने वाले भारतीय सेना के हवलदार शहीद वीर अब्दुल हमीद को समाजवादी पार्टी के नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। कैंट में स्थित वीर अब्दुल हमीद पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां ने कहा कि वीर अब्दुल हमीद ने 1965 की जंग के दौरान पाकिस्तान के तीन पैटर्न टैंकों को उड़ा दिया था। फोर ग्रेनेडियर के कंपनी कमांडेंट अब्दुल हमीद चौथे पैटन टैंक को नष्ट करते हुए 10 सितम्बर 1965 को शहीद हो गए थे । सरकार ने उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया था। देश में परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का नाम गौरव के साथ लिया जाता है। उनकी शहादत को हमेशा याद किया जाएगा। रणंजय यादव ने कहा कि शहीद वीर अब्दुल हमीद ने राष्ट्रीय धर्म को सर्वोपरि मानते हुए देश को सैन्य ताकत का अहसास करवाया। यह दिन भारत के लिए गर्व की बात है।
फ़ैयाज़ उद्दीन शाहजहाँपुर