अयोध्या: ठगी का शिकार हुए महंत सुखराम दास की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत
अयोध्या: ठगी का शिकार हुए महंत सुखराम दास की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत
अयोध्या नगरी में ठगी का धंधा फल-फूल रहा है। अब तक आम आदमी शिकार होते थे। किंतु अब महंत भी ठगों के चंगुल में आ गए हैं। अयोध्या नगर में लक्ष्मण घाट चौकी क्षेत्र के गया मंदिर के महंत सुखराम दास को एक ठग उनका इलाज करने के बहाने नशीली दवा खिलाकर बेहोश करके उनका मोबाइल पर्स व अन्य सामान लेकर फरार हो गया । महंत बेहोश हो गए जिन्हें इलाज के लिए श्री राम अस्पताल लाया गया जहां पर उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। तत्पश्चात मुख्यालय लाया गया और वहां पर इलाज के दौरान जिला अस्पताल में अंतिम सांस ली। महंत के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
बताया जाता है कि एक शख्स गया मंदिर के महंत सुखराम दास के पास आया। महंत का हालचाल पूछा महंत ने अपनी कुछ शारीरिक पीड़ा बताया तब उस शख्स ने खुद को वैद्य बताया। शख्स के झांसे में आकर महंत सुखराम दास ने अपनी बीमारी का हवाला दिया और कथित वैद्य ने महंत को एक दवा की पुड़िया देकर तत्काल सेवन करने की हिदायत दी।शख्स के झांसे में आकर महंत ने दवा के पुडीया का सेवन कर लिया। कुछ ही देर में दवा ने असर दिखाया और सिर चकराने के बाद महंत बेहोश होने लगे। मौका देख कथित वैद्य महंत का मोबाइल और पर्स समेत उसमें रखी रकम लेकर रफूचक्कर हो गया। मामले के मौत की खबर फैलते ही राम नगरी में हलचल मच गई है।
कोतवाली अयोध्या की पुलिस मामले की छानबीन कर रही है किंतु अभी तक किसी स्तर पर नहीं पहुंचे । यदि ऐसे ही अयोध्या में ठगी का धंधा चलता रहा तो आमजन अपने को कैसे सुरक्षित महसूस कर सकेंगे। जब संत महंत ही नहीं सुरक्षित रहेंगे तो आम भक्तों का क्या होगा।
देव बक्स वर्मा
आई एन ए न्यूज़
अयोध्या
ठग वैद्य ने महंत सुखराम दास को खिलाई नशीली दवा, की लूटपाट, पर्स मोबाइल आदि लेकर हुआ फरारअयोध्या।
अयोध्या में मचा हड़कंप, पुलिस छानबीन में जुटी
अयोध्या नगरी में ठगी का धंधा फल-फूल रहा है। अब तक आम आदमी शिकार होते थे। किंतु अब महंत भी ठगों के चंगुल में आ गए हैं। अयोध्या नगर में लक्ष्मण घाट चौकी क्षेत्र के गया मंदिर के महंत सुखराम दास को एक ठग उनका इलाज करने के बहाने नशीली दवा खिलाकर बेहोश करके उनका मोबाइल पर्स व अन्य सामान लेकर फरार हो गया । महंत बेहोश हो गए जिन्हें इलाज के लिए श्री राम अस्पताल लाया गया जहां पर उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। तत्पश्चात मुख्यालय लाया गया और वहां पर इलाज के दौरान जिला अस्पताल में अंतिम सांस ली। महंत के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
बताया जाता है कि एक शख्स गया मंदिर के महंत सुखराम दास के पास आया। महंत का हालचाल पूछा महंत ने अपनी कुछ शारीरिक पीड़ा बताया तब उस शख्स ने खुद को वैद्य बताया। शख्स के झांसे में आकर महंत सुखराम दास ने अपनी बीमारी का हवाला दिया और कथित वैद्य ने महंत को एक दवा की पुड़िया देकर तत्काल सेवन करने की हिदायत दी।शख्स के झांसे में आकर महंत ने दवा के पुडीया का सेवन कर लिया। कुछ ही देर में दवा ने असर दिखाया और सिर चकराने के बाद महंत बेहोश होने लगे। मौका देख कथित वैद्य महंत का मोबाइल और पर्स समेत उसमें रखी रकम लेकर रफूचक्कर हो गया। मामले के मौत की खबर फैलते ही राम नगरी में हलचल मच गई है।
कोतवाली अयोध्या की पुलिस मामले की छानबीन कर रही है किंतु अभी तक किसी स्तर पर नहीं पहुंचे । यदि ऐसे ही अयोध्या में ठगी का धंधा चलता रहा तो आमजन अपने को कैसे सुरक्षित महसूस कर सकेंगे। जब संत महंत ही नहीं सुरक्षित रहेंगे तो आम भक्तों का क्या होगा।
देव बक्स वर्मा
आई एन ए न्यूज़
अयोध्या