ऑनलाइन सेमिनार में दूसरे दिन 'भारतीय अर्थव्यवस्था व कोरोना वायरस का प्रभाव' विषय पर हुआ व्याख्यान
ऑनलाइन सेमिनार में दूसरे दिन 'भारतीय अर्थव्यवस्था व कोरोना वायरस का प्रभाव' विषय पर हुआ व्याख्यान
स्कूल और कॉलेज के लिए बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य : डॉ. राजीव अग्रवाल
शाहजहाँपुर।
इंस्पायर इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत चैलेंज फॉर इंडिया इन एग्रीकल्चर हेल्थ एनवायरमेंट एंड इकोनॉमिक्स विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद वर्धमान कॉलेज वर्धमान बिजनौर के वाणिज्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राजीव अग्रवाल ने कोरोना महामारी के समय शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में उत्पन्न हुई चुनौतियों पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जबकि नया सत्र शुरू हो चुका है प्रत्येक स्कूल और कॉलेज के लिए बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है ऐसे में जबकि आप छात्र छात्राओं को एक जगह इकट्ठा नहीं कर सकते तो ऑनलाइन शिक्षा मैं और नए विकल्प तलाशना एक शिक्षक के लिए बहुत जरूरी है । डॉ पुनीत मनीषी ने संचालन करते हुए कहा कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन रहा जिस कारण सभी फैक्ट्री, ऑफिस, मॉल्स, व्यवसाय आदि सब बंद रहे हैं घरेलू आपूर्ति और मांग प्रभावित होने के चलते आर्थिक वृद्धि दर प्रभावित हुई है. वहीं जोखिम बढ़ने से घरेलू निवेश में सुधार में भी देरी होने की संभावना दिख रही है। ऐसे में अर्थव्यवस्था मुश्किल दौर में पहुंच चुकी हैं। एक सर्वे रिपोर्ट में सरकार को वित्तीय और मौद्रिक नीति के समर्थन की जरूरत पर जोर देने की सलाह दी गई है। चुनौती से निपटने के लिए भारत को इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए जल्द से जल्द ज्यादा प्रभावी कदम उठाने होंगे।
सेमिनार में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राजीव अग्रवाल को एकेडमिक एक्सीलेंस अवॉर्ड व छात्रा गालियां शमीम अंसारी भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ को भी एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा अनम बी ए. तृतीय वर्ष,नसरीन जहां एम.काम फाइनल आदित्य, रेखा, मान्या रावत व शादमान खान को बेस्ट पेपर अवार्ड दिया गया। अंत में सभी का आभार डॉ स्वप्निल यादव ने व्यक्त किया।
फ़ैयाज़ उद्दीन शाहजहाँपुर
स्कूल और कॉलेज के लिए बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य : डॉ. राजीव अग्रवाल
शाहजहाँपुर।
इंस्पायर इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत चैलेंज फॉर इंडिया इन एग्रीकल्चर हेल्थ एनवायरमेंट एंड इकोनॉमिक्स विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद वर्धमान कॉलेज वर्धमान बिजनौर के वाणिज्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राजीव अग्रवाल ने कोरोना महामारी के समय शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में उत्पन्न हुई चुनौतियों पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जबकि नया सत्र शुरू हो चुका है प्रत्येक स्कूल और कॉलेज के लिए बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है ऐसे में जबकि आप छात्र छात्राओं को एक जगह इकट्ठा नहीं कर सकते तो ऑनलाइन शिक्षा मैं और नए विकल्प तलाशना एक शिक्षक के लिए बहुत जरूरी है । डॉ पुनीत मनीषी ने संचालन करते हुए कहा कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन रहा जिस कारण सभी फैक्ट्री, ऑफिस, मॉल्स, व्यवसाय आदि सब बंद रहे हैं घरेलू आपूर्ति और मांग प्रभावित होने के चलते आर्थिक वृद्धि दर प्रभावित हुई है. वहीं जोखिम बढ़ने से घरेलू निवेश में सुधार में भी देरी होने की संभावना दिख रही है। ऐसे में अर्थव्यवस्था मुश्किल दौर में पहुंच चुकी हैं। एक सर्वे रिपोर्ट में सरकार को वित्तीय और मौद्रिक नीति के समर्थन की जरूरत पर जोर देने की सलाह दी गई है। चुनौती से निपटने के लिए भारत को इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए जल्द से जल्द ज्यादा प्रभावी कदम उठाने होंगे।
सेमिनार में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राजीव अग्रवाल को एकेडमिक एक्सीलेंस अवॉर्ड व छात्रा गालियां शमीम अंसारी भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ को भी एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा अनम बी ए. तृतीय वर्ष,नसरीन जहां एम.काम फाइनल आदित्य, रेखा, मान्या रावत व शादमान खान को बेस्ट पेपर अवार्ड दिया गया। अंत में सभी का आभार डॉ स्वप्निल यादव ने व्यक्त किया।
फ़ैयाज़ उद्दीन शाहजहाँपुर