अयोध्या: अयोध्या नगरी में कृष्ण जन्माष्टमी पर संकट के बादल
अयोध्या: अयोध्या नगरी में कृष्ण जन्माष्टमी पर संकट के बादल
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या एक धार्मिक नगरी है जहां पर धार्मिक कार्यक्रम आए दिन आयोजित हुआ करते थे किंतु कोरोना के चलते अब रामनगरी में भी धार्मिक कार्यक्रम नहीं हो पा रहे हैं उसी क्रम में जन्माष्टमी व गणेश पूजा उत्सव को लेकर डीएम ने की बैठक अयोध्या। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जन्माष्टमी और गणेश पूजा की बैठक दुर्गा पूजा, गणेश पूजा तथा जन्माष्टमी पूजा समिति के अध्यक्ष एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में आयोजित की गई।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी 11 तारीख को जन्माष्टमी का पर्व तथा 22 तारीख को गणेश पूजा का पर्व होगा जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि विगत कई महीनों से कोविड-19 महामारी का सामना किया जा रहा है दिन प्रतिदिन बीमारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है इस बीमारी को दृष्टिगत रखते हुए सार्वजनिक स्थलों पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी तथा गणेश पूजा का का उत्सव कही भी पंडाल लगाकर नहीं किया जाएगा। इसी के साथ कहीं भी लाइट डेकोरेशन भी नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि महामारी के दृष्टिगत और शासन के गाइडलाइन के अनुसार कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व सोशल डिस्टेंसिंग की दूरी बनाए रखते हुए और मास्क लगाकर किया जाये तथा जो लोग अपने घरों में जन्माष्टमी तथा गणेश पूजा का उत्सव का मनाते हैं वह भी शासन के गाइडलाइन का पालन करते हुए ही पूजा करें।
उन्होंने कहा कि प्रायः निरीक्षण के दौरान देखा जा रहा है कि अधिकांश लोग मास्क नहीं लगाते हैं साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नही करते है। लोग शासन के गाइडलाइन के अनुसार इस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए मास्क अवश्य लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें तथा अन्य को भी प्रेरित करे जिससे इस महामारी से सुरक्षित रहा जा सके और इसके फैलने से बचाया जा सके। ऐसे में कृष्ण जन्माष्टमी व गणेश चतुर्थी के कार्यक्रम संकट के बादल से गिरे हुए नजर आ रहे हैं।
देव बक्स वर्मा
आई एन ए न्यूज़
अयोध्या
नहीं हो सकेंगे सार्वजनिक रूप से कृष्ण जन्माष्टमी के कार्यक्रमअयोध्या।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या एक धार्मिक नगरी है जहां पर धार्मिक कार्यक्रम आए दिन आयोजित हुआ करते थे किंतु कोरोना के चलते अब रामनगरी में भी धार्मिक कार्यक्रम नहीं हो पा रहे हैं उसी क्रम में जन्माष्टमी व गणेश पूजा उत्सव को लेकर डीएम ने की बैठक अयोध्या। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जन्माष्टमी और गणेश पूजा की बैठक दुर्गा पूजा, गणेश पूजा तथा जन्माष्टमी पूजा समिति के अध्यक्ष एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में आयोजित की गई।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी 11 तारीख को जन्माष्टमी का पर्व तथा 22 तारीख को गणेश पूजा का पर्व होगा जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि विगत कई महीनों से कोविड-19 महामारी का सामना किया जा रहा है दिन प्रतिदिन बीमारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है इस बीमारी को दृष्टिगत रखते हुए सार्वजनिक स्थलों पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी तथा गणेश पूजा का का उत्सव कही भी पंडाल लगाकर नहीं किया जाएगा। इसी के साथ कहीं भी लाइट डेकोरेशन भी नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि महामारी के दृष्टिगत और शासन के गाइडलाइन के अनुसार कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व सोशल डिस्टेंसिंग की दूरी बनाए रखते हुए और मास्क लगाकर किया जाये तथा जो लोग अपने घरों में जन्माष्टमी तथा गणेश पूजा का उत्सव का मनाते हैं वह भी शासन के गाइडलाइन का पालन करते हुए ही पूजा करें।
उन्होंने कहा कि प्रायः निरीक्षण के दौरान देखा जा रहा है कि अधिकांश लोग मास्क नहीं लगाते हैं साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नही करते है। लोग शासन के गाइडलाइन के अनुसार इस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए मास्क अवश्य लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें तथा अन्य को भी प्रेरित करे जिससे इस महामारी से सुरक्षित रहा जा सके और इसके फैलने से बचाया जा सके। ऐसे में कृष्ण जन्माष्टमी व गणेश चतुर्थी के कार्यक्रम संकट के बादल से गिरे हुए नजर आ रहे हैं।
देव बक्स वर्मा
आई एन ए न्यूज़
अयोध्या