पूर्व सपा नगर अध्यक्ष मुख्त्यार अहमद बाबा ने पौधारोपण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया
पूर्व सपा नगर अध्यक्ष मुख्त्यार अहमद बाबा ने पौधारोपण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया
बदायूं.
समाजवादी पार्टी नगर बदायूँ के पूर्व अध्यक्ष मुख्त्यार अहमद बाबा ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कार्यकर्ताओं के साथ बाईपास पर पौधारोपण किया. मुख्त्यार अहमद बाबा ने कहा कि भारत का स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को देश भर में हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है।
यह प्रत्येक भारतीय को एक नई शुरूआत की याद दिलाता है। इस दिन 200 वर्ष से अधिक समय तक ब्रिटिश राज के चंगुल से छूट कर एक नए युग की शुरूआत हुई थी। 15 अगस्त 1947 वह भाग्यशाली दिन था जब भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्वतंत्र घोषित किया गया और नियंत्रण की बागडोर देश के नेताओं को सौंप दी गई। भारत द्वारा आजादी पाना उसका भाग्य था, क्योंकि स्वतंत्रता संघर्ष काफी लम्बे समय चला और यह एक थका देने वाला अनुभव था, जिसमें अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन कुर्बान कर दिए आज हम सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हैं अली अल्वी ने कहा स्वतंत्रता दिवस कई योद्धाओं जैसे महात्मा गांधी, सुभाष चंद्रबोस, भगत सिंह, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और कई अन्य नेताओं के बलिदान का परिणाम है।
भारत ने कई लोगों के लाखों वर्षों के बलिदान के बाद 1947 में आजादी पाने में कामयाबी हासिल की। दिन के महत्व के रूप में, हम भारतीय इस दिन को तिरंगा झंडा फहराकर त्योहार के रूप में मनाते हैं। इस दिन पूरे देश को रंग-बिरंगे झंडों और बैनरों से सजाया जाता है इसी के साथ साहिबे आलम खान ने अपनों के बलिदान की याद दिलाई और कहा जैसे अबुल कलाम साहब , मिसाइल मैन अब्दुल कलाम,भीम राव अमबेडकर साहब,भगत सिह, मंगल पांडे, ब्रिगेडीयार उस्मान, आदि स्वतंत्रता सेनानीयों ने अपना खून बहाकर देश को आज़ाद कराया. ऐसे ही आप आज कोरोना जैसी महामारी को हराकर उनको श्रद्धांजलि देने की ज़रूरत है.
इस मौक़े पर, ज़ीशान फ़ारूक़ी, शब्बू खान, यूनुस अल्वी, पंकज कुमार, रंजीत ठाकुर,मुशाहिद मंसूरी,अहसान, साधू सिंह आदि लोग मौजूद रहे आदि लोग मौजूद रहे
सोहिल हम्ज़ा बदायूं से
बदायूं.
समाजवादी पार्टी नगर बदायूँ के पूर्व अध्यक्ष मुख्त्यार अहमद बाबा ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कार्यकर्ताओं के साथ बाईपास पर पौधारोपण किया. मुख्त्यार अहमद बाबा ने कहा कि भारत का स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को देश भर में हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है।
यह प्रत्येक भारतीय को एक नई शुरूआत की याद दिलाता है। इस दिन 200 वर्ष से अधिक समय तक ब्रिटिश राज के चंगुल से छूट कर एक नए युग की शुरूआत हुई थी। 15 अगस्त 1947 वह भाग्यशाली दिन था जब भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्वतंत्र घोषित किया गया और नियंत्रण की बागडोर देश के नेताओं को सौंप दी गई। भारत द्वारा आजादी पाना उसका भाग्य था, क्योंकि स्वतंत्रता संघर्ष काफी लम्बे समय चला और यह एक थका देने वाला अनुभव था, जिसमें अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन कुर्बान कर दिए आज हम सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हैं अली अल्वी ने कहा स्वतंत्रता दिवस कई योद्धाओं जैसे महात्मा गांधी, सुभाष चंद्रबोस, भगत सिंह, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और कई अन्य नेताओं के बलिदान का परिणाम है।
भारत ने कई लोगों के लाखों वर्षों के बलिदान के बाद 1947 में आजादी पाने में कामयाबी हासिल की। दिन के महत्व के रूप में, हम भारतीय इस दिन को तिरंगा झंडा फहराकर त्योहार के रूप में मनाते हैं। इस दिन पूरे देश को रंग-बिरंगे झंडों और बैनरों से सजाया जाता है इसी के साथ साहिबे आलम खान ने अपनों के बलिदान की याद दिलाई और कहा जैसे अबुल कलाम साहब , मिसाइल मैन अब्दुल कलाम,भीम राव अमबेडकर साहब,भगत सिह, मंगल पांडे, ब्रिगेडीयार उस्मान, आदि स्वतंत्रता सेनानीयों ने अपना खून बहाकर देश को आज़ाद कराया. ऐसे ही आप आज कोरोना जैसी महामारी को हराकर उनको श्रद्धांजलि देने की ज़रूरत है.
इस मौक़े पर, ज़ीशान फ़ारूक़ी, शब्बू खान, यूनुस अल्वी, पंकज कुमार, रंजीत ठाकुर,मुशाहिद मंसूरी,अहसान, साधू सिंह आदि लोग मौजूद रहे आदि लोग मौजूद रहे
सोहिल हम्ज़ा बदायूं से