गोरखपुर- दुकानदारों ने बार-बार लॉकडाउन लगाए जाने का किया विरोध
गोरखपुर- दुकानदारों ने बार-बार लॉकडाउन लगाए जाने का किया विरोध
गोरखपुर.
उद्योग व्यापार मंडल धर्मशाला बाजार के व्यापारियों ने पत्रकार वार्ता के दौरान गोरखनाथ थाने में लगातार चौथी बार लाक डाउन लगाए जाने का विरोध किया।
गोरखपुर उद्योग व्यापार मंडल धर्मशाला बाजार के अध्यक्ष अशोक कुमार जायसवाल के नेतृत्व में दर्जनों व्यापारियों ने पत्रकार वार्ता के पूर्व जिलाधिकारी गोरखपुर को ज्ञापन सौंपकर मांग किया कि थाना गोरखनाथ में लगाए गए लाक डाउन को खोला जाए । क्योंकि मार्च से लेकर के अब तक बंदी के कारण इस थाना क्षेत्र के व्यापारियों की आर्थिक स्थिति चरमरा सी गई है । उन्होंने सवाल उठाया है कि जब शराब की दुकानें लाकडाउन क्षेत्र में खुल सकती है तो व्यापारियों की दुकान क्यों नहीं खुल सकती है। क्या व्यापारियों की दुकान खोलने से ही कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा है कि हम व्यापारियों के परिवार के बारे में भी सरकार सोचे। यदि इसी तरह हर हफ्ते lock-down बढ़ता रहेगा तो एक दिन हम सभी व्यापारियों को आर्थिक तंगी के कारण परिवार के साथ आत्महत्या करना पड़ सकता है। क्योंकि सरकार की तरफ से व्यापारियों को किसी भी तरह की कोई रियायत नहीं दी जा रही है। उन्होंने शासन और प्रशासन से मांग की है कि व्यापारियों के हित में भी शासन और प्रशासन सकारात्मक सोचे।
संजय राजपूत
रीजनल एडिटर, गोरखपुर
गोरखपुर.
उद्योग व्यापार मंडल धर्मशाला बाजार के व्यापारियों ने पत्रकार वार्ता के दौरान गोरखनाथ थाने में लगातार चौथी बार लाक डाउन लगाए जाने का विरोध किया।
गोरखपुर उद्योग व्यापार मंडल धर्मशाला बाजार के अध्यक्ष अशोक कुमार जायसवाल के नेतृत्व में दर्जनों व्यापारियों ने पत्रकार वार्ता के पूर्व जिलाधिकारी गोरखपुर को ज्ञापन सौंपकर मांग किया कि थाना गोरखनाथ में लगाए गए लाक डाउन को खोला जाए । क्योंकि मार्च से लेकर के अब तक बंदी के कारण इस थाना क्षेत्र के व्यापारियों की आर्थिक स्थिति चरमरा सी गई है । उन्होंने सवाल उठाया है कि जब शराब की दुकानें लाकडाउन क्षेत्र में खुल सकती है तो व्यापारियों की दुकान क्यों नहीं खुल सकती है। क्या व्यापारियों की दुकान खोलने से ही कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा है कि हम व्यापारियों के परिवार के बारे में भी सरकार सोचे। यदि इसी तरह हर हफ्ते lock-down बढ़ता रहेगा तो एक दिन हम सभी व्यापारियों को आर्थिक तंगी के कारण परिवार के साथ आत्महत्या करना पड़ सकता है। क्योंकि सरकार की तरफ से व्यापारियों को किसी भी तरह की कोई रियायत नहीं दी जा रही है। उन्होंने शासन और प्रशासन से मांग की है कि व्यापारियों के हित में भी शासन और प्रशासन सकारात्मक सोचे।
संजय राजपूत
रीजनल एडिटर, गोरखपुर