गोरखपुर के कुल कोरोना संक्रमित मरीजों में 60% हैं युवा, मरने वालों में भी 50% थे युवा मरीज
गोरखपुर के कुल कोरोना संक्रमित मरीजों में 60% हैं युवा, मरने वालों में भी 50% थे युवा मरीज
गोरखपुर.
एक आम धारणा है कि कोरोना से सबसे अधिक खतरा 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को है। परन्तु जो आकड़ें सामने आए हैं वे बेहद चौंकाने वाले हैं। शहर में कोरोना संक्रमण की चपेट में अधिकतर युवा आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 18-40 वर्ष की उम्र के 60 प्रतिशत युवा संक्रमण के शिकार हुए हैं। जबकि 40 प्रतिशत में महिलाओं से लेकर बुजुर्ग, किशोर और बच्चे शामिल हैं। चूकि युवा अधिक संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं तो मौत भी उन्हीं की अधिक हो रही है।
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जिले में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 7008 हो चुकी है। इसमें से 1154 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 2780 लोगों का इलाज चल रहा है। अब तक 103 मरीजों की जान जा चुकी है। अगस्त माह में दो से तीन सौ मरीज हर रोज मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि अगर इसी तरह मरीज बढ़ते रहे तो 10 हजार केस पार करने में सितंबर माह का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। चिंता की बात यह है कि इनमें सबसे अधिक मरीज युवा हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 18-40 वर्ष की आयु के 60 प्रतिशत युवा अब तक कोरोना संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में बुजुर्गों की संख्या केवल 10 प्रतिशत हैं। 10 प्रतिशत में 17 वर्ष से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं। शेष 20 प्रतिशत में 40 से लेकर 60 वर्ष के व्यक्ति पॉजिटिव मिले हैं।
प्रभारी सीएमओ डॉ. नंद कुमार का मानना है कि युवा सबसे अधिक इसलिए संक्रमित हो रहे हैं, क्योंकि वह लापरवाही बरत रहे हैं। वह चेताते भी हैं कि यदि युवा सचेत नहीं हुए तो हालात और बिगड़ेंगे। हालांकि, जानकार उनकी इस राय से इत्तेफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि चूंकि युवा ही घर से बाहर निकल कर हर काम (नौकरी से लेकर घर का हर जरूरी काम) कर रहे हैं तो उनका संक्रमण की चपेट आना स्वाभाविक है। इसे लापरवाही नहीं कहा जा सकता.
युवाओं की मौत का आंकड़ा 50 प्रतिशत...
अब तक कोरोना संक्रमण के कारण 103 लोगों की मौत हुई है, इनमें 50 प्रतिशत युवा शामिल हैं। अभी तक एक भी मासूम और किशोर की मौत कोरोना संक्रमण से नहीं हुई है। जबकि मासूमों में तीन माह से लेकर पांच साल तक के बच्चे संक्रमित मिले हैं। 22 से 45 साल की उम्र के 50 युवाओं की मौत हुई है। जबकि 60 साल से ज्यादा उम्र के 25 लोगों की मौत हुई है। 50 से 60 साल की उम्र के 25 लोगों की जान कोरोना से गई है।
संजय राजपूत
रीजनल एडिटर गोरखपुर
गोरखपुर.
एक आम धारणा है कि कोरोना से सबसे अधिक खतरा 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को है। परन्तु जो आकड़ें सामने आए हैं वे बेहद चौंकाने वाले हैं। शहर में कोरोना संक्रमण की चपेट में अधिकतर युवा आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 18-40 वर्ष की उम्र के 60 प्रतिशत युवा संक्रमण के शिकार हुए हैं। जबकि 40 प्रतिशत में महिलाओं से लेकर बुजुर्ग, किशोर और बच्चे शामिल हैं। चूकि युवा अधिक संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं तो मौत भी उन्हीं की अधिक हो रही है।
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जिले में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 7008 हो चुकी है। इसमें से 1154 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 2780 लोगों का इलाज चल रहा है। अब तक 103 मरीजों की जान जा चुकी है। अगस्त माह में दो से तीन सौ मरीज हर रोज मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि अगर इसी तरह मरीज बढ़ते रहे तो 10 हजार केस पार करने में सितंबर माह का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। चिंता की बात यह है कि इनमें सबसे अधिक मरीज युवा हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 18-40 वर्ष की आयु के 60 प्रतिशत युवा अब तक कोरोना संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में बुजुर्गों की संख्या केवल 10 प्रतिशत हैं। 10 प्रतिशत में 17 वर्ष से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं। शेष 20 प्रतिशत में 40 से लेकर 60 वर्ष के व्यक्ति पॉजिटिव मिले हैं।
प्रभारी सीएमओ डॉ. नंद कुमार का मानना है कि युवा सबसे अधिक इसलिए संक्रमित हो रहे हैं, क्योंकि वह लापरवाही बरत रहे हैं। वह चेताते भी हैं कि यदि युवा सचेत नहीं हुए तो हालात और बिगड़ेंगे। हालांकि, जानकार उनकी इस राय से इत्तेफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि चूंकि युवा ही घर से बाहर निकल कर हर काम (नौकरी से लेकर घर का हर जरूरी काम) कर रहे हैं तो उनका संक्रमण की चपेट आना स्वाभाविक है। इसे लापरवाही नहीं कहा जा सकता.
युवाओं की मौत का आंकड़ा 50 प्रतिशत...
अब तक कोरोना संक्रमण के कारण 103 लोगों की मौत हुई है, इनमें 50 प्रतिशत युवा शामिल हैं। अभी तक एक भी मासूम और किशोर की मौत कोरोना संक्रमण से नहीं हुई है। जबकि मासूमों में तीन माह से लेकर पांच साल तक के बच्चे संक्रमित मिले हैं। 22 से 45 साल की उम्र के 50 युवाओं की मौत हुई है। जबकि 60 साल से ज्यादा उम्र के 25 लोगों की मौत हुई है। 50 से 60 साल की उम्र के 25 लोगों की जान कोरोना से गई है।
संजय राजपूत
रीजनल एडिटर गोरखपुर