अयोध्या मे सावन के पहले सोमवार पर शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ नही
अयोध्या मे सावन के पहले सोमवार पर शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ नही
अयोध्या।
भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में सावन के पहले सोमवार को गत वर्षो में भारी भीड़ उमड़ती थी।हर हर बम बम की गूंज सुनाई पडती थी जो सूना सा लगता रहा है। लाखों लाख की संख्या में शिव भक्तों का तांता लगा रहता था।
किंतु इस बार देखा जा रहा है, अयोध्या शिव भक्तों की भीड़ से खाली पडी है। मात्र स्थानीय शिव भक्ति ही आ रहे है । बाहर से आने वालो पर है। इस दौरान कोरोना महामारी का पूरा असर दिखाई पड़ता रहा है। कोरोना को देखते हुए शिव मंदिरों के गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दूर से ही जल चढ़ाने की अनुमति दी गई है लेकिन इस दौरान अयोध्या के क्षीरेश्वर नाथ महादेव मंदिर नागेश्वरनाथ सहित कई मंदिर मे सोशल डिस्टेंसिंग दिखाई दिए।
सावन माह प्रारंभ के साथ पहला सोमवार पर राम नगरी अयोध्या में इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए शिव भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। और स्थानीय लोग ही भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक कर रहे हैं। राम नगरी अयोध्या में भगवान नागेश्वरनाथ व क्षीरेश्वर नाथ महादेव के प्राचीन मंदिर है जहां सावन के प्रारंभ पर लाखों कावड़िया व शिव भक्त जलाभिषेक के लिए अयोध्या पहुंचते हैं लेकिन महामारी को देखते हुए मंदिरों में भगवान की गर्भ गृह में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है वही मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त की गई है जिससे शिव मंदिरों पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित ना हो सके।
सीओ अयोध्या अमर सिंह ने बताया कि अयोध्या में सावन के शुरुआत के साथ पहले सोमवार पर लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं जोकि सरयू में स्नान कर नागेश्वर नाथ मंदिर में दर्शन पूजन कर हनुमानगढ़ी व कनक भवन में भी दर्शन पूजन करते हैं। लेकिन इस बार महामारी को देखते हुए श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। कोई भी बाहर के श्रद्धालु अयोध्या न पहुंच सकें। इसकी पूरी व्यवस्था की गई है । साथ ही शिव भक्तों से अपील किया गया है कि अपने घरों पर ही पूजा पाठ करें। इसके लिए अयोध्या के संत भी शिव भक्तों से अपील कर रहे हैं।
बताया गया कि सावन मेला पर लगे प्रतिबंध को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है कोई भी श्रद्धालु अयोध्या में प्रवेश नहीं कर सकता है।
देव बक्श वर्मा
आई एन ए न्यूज़ अयोध्या - उत्तर प्रदेश
अयोध्या।
भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में सावन के पहले सोमवार को गत वर्षो में भारी भीड़ उमड़ती थी।हर हर बम बम की गूंज सुनाई पडती थी जो सूना सा लगता रहा है। लाखों लाख की संख्या में शिव भक्तों का तांता लगा रहता था।
किंतु इस बार देखा जा रहा है, अयोध्या शिव भक्तों की भीड़ से खाली पडी है। मात्र स्थानीय शिव भक्ति ही आ रहे है । बाहर से आने वालो पर है। इस दौरान कोरोना महामारी का पूरा असर दिखाई पड़ता रहा है। कोरोना को देखते हुए शिव मंदिरों के गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दूर से ही जल चढ़ाने की अनुमति दी गई है लेकिन इस दौरान अयोध्या के क्षीरेश्वर नाथ महादेव मंदिर नागेश्वरनाथ सहित कई मंदिर मे सोशल डिस्टेंसिंग दिखाई दिए।
सावन माह प्रारंभ के साथ पहला सोमवार पर राम नगरी अयोध्या में इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए शिव भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। और स्थानीय लोग ही भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक कर रहे हैं। राम नगरी अयोध्या में भगवान नागेश्वरनाथ व क्षीरेश्वर नाथ महादेव के प्राचीन मंदिर है जहां सावन के प्रारंभ पर लाखों कावड़िया व शिव भक्त जलाभिषेक के लिए अयोध्या पहुंचते हैं लेकिन महामारी को देखते हुए मंदिरों में भगवान की गर्भ गृह में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है वही मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त की गई है जिससे शिव मंदिरों पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित ना हो सके।
सीओ अयोध्या अमर सिंह ने बताया कि अयोध्या में सावन के शुरुआत के साथ पहले सोमवार पर लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं जोकि सरयू में स्नान कर नागेश्वर नाथ मंदिर में दर्शन पूजन कर हनुमानगढ़ी व कनक भवन में भी दर्शन पूजन करते हैं। लेकिन इस बार महामारी को देखते हुए श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। कोई भी बाहर के श्रद्धालु अयोध्या न पहुंच सकें। इसकी पूरी व्यवस्था की गई है । साथ ही शिव भक्तों से अपील किया गया है कि अपने घरों पर ही पूजा पाठ करें। इसके लिए अयोध्या के संत भी शिव भक्तों से अपील कर रहे हैं।
बताया गया कि सावन मेला पर लगे प्रतिबंध को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है कोई भी श्रद्धालु अयोध्या में प्रवेश नहीं कर सकता है।
देव बक्श वर्मा
आई एन ए न्यूज़ अयोध्या - उत्तर प्रदेश