नहीं रहीं खैराबाद पालिका की पूर्व अध्यक्ष शाहिना इशरत
नहीं रहीं खैराबाद पालिका की पूर्व अध्यक्ष शाहिना इशरत
सीतापुर.
नगर पालिका परिषद खैराबाद की पूर्व पालिकाध्यक्ष कु. शाहिना इशरत का लंबी बीमारी के चलते शनिवार की निधन हो गया, वह पिछले लंबे अर्से से श्वांस, लीवर व कई अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहीं थीं |
कु. शाहिना इशरत वर्ष 1995-96 पालिकाध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं, उनके मध्य कार्यकाल में ही पालिका सभासदों व उनके बीच अनबन होने कारण अविश्वास प्रस्ताव भी आया था, जिसमें नाटकीय ढंग से कुछ ऐसा पटाक्षेप हुआ कि एक समय में नगर पालिका परिषद खैराबाद के अध्यक्ष पद के कई दावेदार सामने आ गए और पालिका सभासद कई गुटों में बंटे नजर आने लगे | इन पालिकाध्यक्ष दावेदारों में तत्कालीन सभासद इस्तिफा अली खां एवं सभासद एहतिशामुद्दीन अंसारी का नाम प्रमुखता से था, जिसमें से श्री अंसारी जोड़-तोड़ कर मात्र कुछ दिनों के लिए पालिकाध्यक्ष पद पर काबिज भी हुए, परन्तु अपनी कुर्सी बचाने के लिए शाहिना इशरत तत्कालीन मिश्रिख क्षेत्र के विधायक स्व. ओमप्रकाश गुप्ता की शरण में पहुंच गई | उस समय सीतापुर जनपद सहित आस-पास के जिलों में दद्दा के नाम से मशहूर रहे स्व. ओमप्रकाश गुप्ता की तूती बोलती थी | बताया जाता है कि विधायक स्व. गुप्ता के हस्तक्षेप के बाद ही शाहिना इशरत खैराबाद पालिकाध्यक्ष की कुर्सी पर एक बार पुनः काबिज होकर अपना कार्यकाल पूरा किया | परन्तु स्व. शाहिना इशरत का संपूर्ण कार्यकाल सदैव विवादों के घेरे में रहा, शायद यही कारण था कि वर्ष 2000 - 01 में हुए नगर निकायों के चुनाव में स्व. शाहिना को बुरी तरह से हार का मुँह देखना पड़ा था |
पूर्व पालिकाध्यक्ष कु. शाहिना इशरत ने शनिवार की सुबह अपने निवास पर ही अंतिम सांस ली, शेख सरायं मोहल्ला स्थित उनके पैतृक कब्रगाह में गमगीन माहौल में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया |
पालिकाध्यक्ष हाजी जलीस अंसारी, पूर्व पालिकाध्यक्ष हनीफ अहमद अंसारी, पालिका कर्मियों, पालिका सभासद निरंकार गुप्ता, आलोक बाजपेयी, रामपाल शाक्य, वरिष्ठ पत्रकार रामसुमरिन शर्मा, अरूण मिश्रा, काजिम हुसैन, बड़े मखदूम साहब दरगाह के सज्जादा नशीन शुऐब मियां सहित नगर के गणमान्य नागरिकों ने उनके निधन पर गहरे रंजोगम का इजहार किया है |
शरद कपूर
सीतापुर
सीतापुर.
नगर पालिका परिषद खैराबाद की पूर्व पालिकाध्यक्ष कु. शाहिना इशरत का लंबी बीमारी के चलते शनिवार की निधन हो गया, वह पिछले लंबे अर्से से श्वांस, लीवर व कई अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहीं थीं |
कु. शाहिना इशरत वर्ष 1995-96 पालिकाध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं, उनके मध्य कार्यकाल में ही पालिका सभासदों व उनके बीच अनबन होने कारण अविश्वास प्रस्ताव भी आया था, जिसमें नाटकीय ढंग से कुछ ऐसा पटाक्षेप हुआ कि एक समय में नगर पालिका परिषद खैराबाद के अध्यक्ष पद के कई दावेदार सामने आ गए और पालिका सभासद कई गुटों में बंटे नजर आने लगे | इन पालिकाध्यक्ष दावेदारों में तत्कालीन सभासद इस्तिफा अली खां एवं सभासद एहतिशामुद्दीन अंसारी का नाम प्रमुखता से था, जिसमें से श्री अंसारी जोड़-तोड़ कर मात्र कुछ दिनों के लिए पालिकाध्यक्ष पद पर काबिज भी हुए, परन्तु अपनी कुर्सी बचाने के लिए शाहिना इशरत तत्कालीन मिश्रिख क्षेत्र के विधायक स्व. ओमप्रकाश गुप्ता की शरण में पहुंच गई | उस समय सीतापुर जनपद सहित आस-पास के जिलों में दद्दा के नाम से मशहूर रहे स्व. ओमप्रकाश गुप्ता की तूती बोलती थी | बताया जाता है कि विधायक स्व. गुप्ता के हस्तक्षेप के बाद ही शाहिना इशरत खैराबाद पालिकाध्यक्ष की कुर्सी पर एक बार पुनः काबिज होकर अपना कार्यकाल पूरा किया | परन्तु स्व. शाहिना इशरत का संपूर्ण कार्यकाल सदैव विवादों के घेरे में रहा, शायद यही कारण था कि वर्ष 2000 - 01 में हुए नगर निकायों के चुनाव में स्व. शाहिना को बुरी तरह से हार का मुँह देखना पड़ा था |
पूर्व पालिकाध्यक्ष कु. शाहिना इशरत ने शनिवार की सुबह अपने निवास पर ही अंतिम सांस ली, शेख सरायं मोहल्ला स्थित उनके पैतृक कब्रगाह में गमगीन माहौल में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया |
पालिकाध्यक्ष हाजी जलीस अंसारी, पूर्व पालिकाध्यक्ष हनीफ अहमद अंसारी, पालिका कर्मियों, पालिका सभासद निरंकार गुप्ता, आलोक बाजपेयी, रामपाल शाक्य, वरिष्ठ पत्रकार रामसुमरिन शर्मा, अरूण मिश्रा, काजिम हुसैन, बड़े मखदूम साहब दरगाह के सज्जादा नशीन शुऐब मियां सहित नगर के गणमान्य नागरिकों ने उनके निधन पर गहरे रंजोगम का इजहार किया है |
शरद कपूर
सीतापुर