इफ्को किसान सेवा केन्द्र पर उड़ाई जा रही हैं सोशल डिस्टेंटिग की धज्जियां
इफ्को किसान सेवा केन्द्र पर उड़ाई जा रही हैं सोशल डिस्टेंटिग की धज्जियां
सीतापुर.
वैश्विक कोरोना महामारी के चलते शासन लगातार सोशल डिस्टेंटिग ( दो गज की दूरी) का पालन हर हाल में कराने के आदेश जिला प्रशासन को जारी किए हुए है, समय-समय पर इसका कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश भी शासन द्वारा जारी किए जा रहे हैं | लेकिन यह आदेश भी अन्य आदेशों की तरह हवा-हवाई साबित हो रहा है, बाजार हो हाट हर जगह नियम कानून ताक पर रख कर मात्र कागजों पर नियमों का पालन हो रहा है | कुछ ऐसा ही नजारा इफ्को किसान सेवा केन्द्र पर भी नजर आया, जहां रोज लग रहा मेला सोशल डिस्टेंटिग की धज्जियां उड़ा रहा है | ऐसे हालातों में आखिर दिन ब दिन खतरनाक होते जा रहे जानलेवा वायरस कोरोना पर विजय कैसे संभव हो सकती है, यह प्रश्न अपने आप में स्वयं विचारणीय है |
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप चलते हफ्ते में दो दिन लॉकडाउन की घोषणा कर इस विभिषिका से आमजनमानस को बचाने व सतर्क रखने की भरसक कोशिश कर रहे है । वंही नगर के बाहर बेलझरिया स्थित इफको किसान सेवा केंद्र पर स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे ही समय दोपहर के लगभग पौने बारह बजे का नजारा खुद बयां कर रहा कि सोशल डिस्टेंसिग का पालन कैसे हो रहा है व स्थानीय प्रशासन कैसे करा रहा है यह लोगो मे यक्ष प्रश्न बना हुआ है । वहीं राज्य के मुख्य सचिव प्रतिदिन उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर कोरोना वायरस के चलते सामाजिक दूरी बनाए जाने के निर्देशों का पालन कड़ाई से कराए जाने को लेकर लगातार निर्देश भी जारी कर रहे है । वही इफको किसान सेवा केंद्र बिसवां में स्थानीय प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली के चलते शाशन के निर्देशों को हवा में उड़ाया जा रहा है। गौरतलब हो कि वर्तमान समय में नगर में कोरोना मरीजो के निकलने से लोगो में भय व्याप्त है तथा पूर्व में गयी अन्य जांचों का भी आना अभी बाकी है । जिन क्षेत्रों में मरीज निकले हैं उन क्षेत्रों को पूर्णतया हॉटस्पॉट घोषित करते हुए रास्तो को बन्द कर ऐंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है । वंही क्षेत्र में खेती किसानी के कार्यों को लेकर किसानों को खाद बीज कीटनाशक दवाइयों की बड़ी मात्रा में आवश्यकता है। जिसको लेकर किसान सुबह ही इफको किसान सेवा केंद्र बेलझरिया में एकत्र होना शुरू हो जाते हैं । किसान अपनी जरूरतों के लिए तय समय पर केंद्र पर पहुंच तो जाते हैं लेकिन केंद्र पर अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही के चलते उन्हें खासी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है ।किसानों के इस दुख दर्द एवम कोरोना वायरस को लेकर स्थानीय प्रशासन कुंभकर्णी नींद सो रहा है नगर व क्षेत्र के प्रबुद्धजनों की माने तो केंद्र पर उमड़ी भीड़ कोरोना को और न बढ़ा दे इससे इनकार भी नही किया जा सकता है । जिससे कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टसिंग का पालन कराए जाने की केंद्र पर कोई मुकम्मल व्यवस्था दिखाई नहीं देती है । सेनेटाइजर स्वच्छ पेयजल का भी कहीं अता पता नहीं चल रहा है । यही नहीं खाद व कीटनाशक दवाइयों को प्राप्त करने के लिए किसानों को घंटों धूप में ही लाइन में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है । तब कहीं जाकर उन्हें बमुश्किल सामग्री उपलब्ध हो पा रही है । राज्य सरकार के आदेशों की स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे ही धज्जियाँ उड़ायी जा रही हैं । तहसील प्रशासन की पूरी टीम हवा में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराती हुई दिख रही है । लगता है कि स्थानीय प्रशासन व उनके मातहत अधिकारियों को इस वैश्विक महामारी व किसानों की इस समस्या से कोई लेना-देना नहीं । ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिला अधिकारी के आदेशों का आखिर तहसील प्रशासन पालन क्यों नहीं करा पा रहा है । जबकि जिलाधिकारी के सख्त निर्देश है कि ऐसी जगहों पर ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं होंगे और सामाजिक दूरी बनाए जाने के राज्य के निर्देशों का हर हाल में जिला प्रशासन पालन कराने के लिए वचनबद्ध है। फिलहाल इफको किसान सेवा केंद्र बेलझरिया में करोना महामारी से बचाव व सोशल डिस्टसिंग का क्रियान्वयन होता हुआ नहीं दिख रहा है । ऐसे में यदि कहीं कोई किसान इस संक्रमण की चपेट में आ गया तो क्षेत्र में स्थिति शायद और ही भयावह हो सकती है ।
शरद कपूर/आलोक अवस्थी
सीतापुर
सीतापुर.
वैश्विक कोरोना महामारी के चलते शासन लगातार सोशल डिस्टेंटिग ( दो गज की दूरी) का पालन हर हाल में कराने के आदेश जिला प्रशासन को जारी किए हुए है, समय-समय पर इसका कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश भी शासन द्वारा जारी किए जा रहे हैं | लेकिन यह आदेश भी अन्य आदेशों की तरह हवा-हवाई साबित हो रहा है, बाजार हो हाट हर जगह नियम कानून ताक पर रख कर मात्र कागजों पर नियमों का पालन हो रहा है | कुछ ऐसा ही नजारा इफ्को किसान सेवा केन्द्र पर भी नजर आया, जहां रोज लग रहा मेला सोशल डिस्टेंटिग की धज्जियां उड़ा रहा है | ऐसे हालातों में आखिर दिन ब दिन खतरनाक होते जा रहे जानलेवा वायरस कोरोना पर विजय कैसे संभव हो सकती है, यह प्रश्न अपने आप में स्वयं विचारणीय है |
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप चलते हफ्ते में दो दिन लॉकडाउन की घोषणा कर इस विभिषिका से आमजनमानस को बचाने व सतर्क रखने की भरसक कोशिश कर रहे है । वंही नगर के बाहर बेलझरिया स्थित इफको किसान सेवा केंद्र पर स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे ही समय दोपहर के लगभग पौने बारह बजे का नजारा खुद बयां कर रहा कि सोशल डिस्टेंसिग का पालन कैसे हो रहा है व स्थानीय प्रशासन कैसे करा रहा है यह लोगो मे यक्ष प्रश्न बना हुआ है । वहीं राज्य के मुख्य सचिव प्रतिदिन उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर कोरोना वायरस के चलते सामाजिक दूरी बनाए जाने के निर्देशों का पालन कड़ाई से कराए जाने को लेकर लगातार निर्देश भी जारी कर रहे है । वही इफको किसान सेवा केंद्र बिसवां में स्थानीय प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली के चलते शाशन के निर्देशों को हवा में उड़ाया जा रहा है। गौरतलब हो कि वर्तमान समय में नगर में कोरोना मरीजो के निकलने से लोगो में भय व्याप्त है तथा पूर्व में गयी अन्य जांचों का भी आना अभी बाकी है । जिन क्षेत्रों में मरीज निकले हैं उन क्षेत्रों को पूर्णतया हॉटस्पॉट घोषित करते हुए रास्तो को बन्द कर ऐंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है । वंही क्षेत्र में खेती किसानी के कार्यों को लेकर किसानों को खाद बीज कीटनाशक दवाइयों की बड़ी मात्रा में आवश्यकता है। जिसको लेकर किसान सुबह ही इफको किसान सेवा केंद्र बेलझरिया में एकत्र होना शुरू हो जाते हैं । किसान अपनी जरूरतों के लिए तय समय पर केंद्र पर पहुंच तो जाते हैं लेकिन केंद्र पर अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही के चलते उन्हें खासी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है ।किसानों के इस दुख दर्द एवम कोरोना वायरस को लेकर स्थानीय प्रशासन कुंभकर्णी नींद सो रहा है नगर व क्षेत्र के प्रबुद्धजनों की माने तो केंद्र पर उमड़ी भीड़ कोरोना को और न बढ़ा दे इससे इनकार भी नही किया जा सकता है । जिससे कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टसिंग का पालन कराए जाने की केंद्र पर कोई मुकम्मल व्यवस्था दिखाई नहीं देती है । सेनेटाइजर स्वच्छ पेयजल का भी कहीं अता पता नहीं चल रहा है । यही नहीं खाद व कीटनाशक दवाइयों को प्राप्त करने के लिए किसानों को घंटों धूप में ही लाइन में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है । तब कहीं जाकर उन्हें बमुश्किल सामग्री उपलब्ध हो पा रही है । राज्य सरकार के आदेशों की स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे ही धज्जियाँ उड़ायी जा रही हैं । तहसील प्रशासन की पूरी टीम हवा में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराती हुई दिख रही है । लगता है कि स्थानीय प्रशासन व उनके मातहत अधिकारियों को इस वैश्विक महामारी व किसानों की इस समस्या से कोई लेना-देना नहीं । ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिला अधिकारी के आदेशों का आखिर तहसील प्रशासन पालन क्यों नहीं करा पा रहा है । जबकि जिलाधिकारी के सख्त निर्देश है कि ऐसी जगहों पर ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं होंगे और सामाजिक दूरी बनाए जाने के राज्य के निर्देशों का हर हाल में जिला प्रशासन पालन कराने के लिए वचनबद्ध है। फिलहाल इफको किसान सेवा केंद्र बेलझरिया में करोना महामारी से बचाव व सोशल डिस्टसिंग का क्रियान्वयन होता हुआ नहीं दिख रहा है । ऐसे में यदि कहीं कोई किसान इस संक्रमण की चपेट में आ गया तो क्षेत्र में स्थिति शायद और ही भयावह हो सकती है ।
शरद कपूर/आलोक अवस्थी
सीतापुर