कानपुर में नाबालिग का एनकाउंटर मां ने बयां किया दर्द , कहा पुलिस ने निर्देश बेटे का किया एनकाउंटर
कानपुर में नाबालिग का एनकाउंटर मां ने बयां किया दर्द , कहा पुलिस ने निर्देश बेटे का किया एनकाउंटर
फरीदाबाद से पेशी पर लाते वक्त मुठभेड़ में मारे गए प्रभात मित्र उर्फ कार्तिकेय की मां ने उसके 16 साल दो महीने का होने का दावा किया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि प्रभात नाबालिग नहीं, बल्कि 20 साल का था। यूपी एसटीएफ ने सात जुलाई को 50 हजार के इनामी प्रभात व दो अन्य को फरीदाबाद से पकड़ा था। इन्हें माती कोर्ट में पेश करना था। आठ जुलाई की सुबह छह बजे पनकी थाना क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट नगर पानी की टंकी के पास पुलिस ने उसे मुठभेड़ में ढेर कर दिया.
पुलिस के मुताबिक हाईवे के नीचे सरकारी गाड़ी पंचर होने पर प्रभात ने सिपाही सुनील के मुंह पर मुक्का मारकर दारोगा देवेंद्र सिंह की पिस्टल छीन ली और फायरिंग करने लगा। पुलिस ने प्रभात की उम्र 20 साल बताई थी। मां गीता देवी का कहना है कि हाईस्कूल के प्रमाण पत्र में उसकी जन्मतिथि 27 मई 2004 दर्ज है। वह 16 साल दो माह का ही था। घटना के बाद प्रभात और उसके पिता राजेंद्र गांव से भाग गए थे। वह फरीदाबाद कैसे
पहुंचा, उन्हें नहीं पता।
इस मामले होगी न्यायिक जांच...
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने प्रभात मिश्रा के मुठभेड़ में मारे जाने की घटना की न्यायिक जांच के निर्देश दिए है। अपर सिविल जज सीनियर डिवीजन सोनाली पुनिया को यह जांच दी गई है। 21 जुलाई तक कोई भी घटना से संबंधित साक्ष्य दे सकता है। वही कानपुर पुलिस का कहना है की प्रभात अपराधी था पूछताछ में उसके 19 से 20 साल होने की जानकारी मिली ऐसे मौको पर पुलिस शैक्षिक प्रमाण पत्र नहीं देखती है। बाकी न्यायिक आयोग और एसआइटी जांच कर ही रही है।
कानपुर डेस्क
माँ बोली-16 साल 2 महीने का था प्रभात, पुलिस ने बताया 20 काकानपुर.
फरीदाबाद से पेशी पर लाते वक्त मुठभेड़ में मारे गए प्रभात मित्र उर्फ कार्तिकेय की मां ने उसके 16 साल दो महीने का होने का दावा किया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि प्रभात नाबालिग नहीं, बल्कि 20 साल का था। यूपी एसटीएफ ने सात जुलाई को 50 हजार के इनामी प्रभात व दो अन्य को फरीदाबाद से पकड़ा था। इन्हें माती कोर्ट में पेश करना था। आठ जुलाई की सुबह छह बजे पनकी थाना क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट नगर पानी की टंकी के पास पुलिस ने उसे मुठभेड़ में ढेर कर दिया.
पुलिस के मुताबिक हाईवे के नीचे सरकारी गाड़ी पंचर होने पर प्रभात ने सिपाही सुनील के मुंह पर मुक्का मारकर दारोगा देवेंद्र सिंह की पिस्टल छीन ली और फायरिंग करने लगा। पुलिस ने प्रभात की उम्र 20 साल बताई थी। मां गीता देवी का कहना है कि हाईस्कूल के प्रमाण पत्र में उसकी जन्मतिथि 27 मई 2004 दर्ज है। वह 16 साल दो माह का ही था। घटना के बाद प्रभात और उसके पिता राजेंद्र गांव से भाग गए थे। वह फरीदाबाद कैसे
पहुंचा, उन्हें नहीं पता।
इस मामले होगी न्यायिक जांच...
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने प्रभात मिश्रा के मुठभेड़ में मारे जाने की घटना की न्यायिक जांच के निर्देश दिए है। अपर सिविल जज सीनियर डिवीजन सोनाली पुनिया को यह जांच दी गई है। 21 जुलाई तक कोई भी घटना से संबंधित साक्ष्य दे सकता है। वही कानपुर पुलिस का कहना है की प्रभात अपराधी था पूछताछ में उसके 19 से 20 साल होने की जानकारी मिली ऐसे मौको पर पुलिस शैक्षिक प्रमाण पत्र नहीं देखती है। बाकी न्यायिक आयोग और एसआइटी जांच कर ही रही है।
कानपुर डेस्क