कोरोना महामारी के बीच भी चल रहा स्कूल, शिक्षक खुद बने बच्चों की जान के दुश्मन
कोरोना महामारी के बीच भी चल रहा स्कूल, शिक्षक खुद बने बच्चों की जान के दुश्मन
कानपुर.
नर्वल तहसील के फुफुवार सुई थोक गांव में स्थित लक्ष्मी देवी ग्रामीण विद्यापीठ में नन्हे मुंह बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। कोरोना जैसी खतरनाक महामारी के बिना डर के लक्ष्मी देवी ग्रामीण विद्यापीठ विद्यालय में केजी से पांच तक कि कक्षाएं बिना सरकार के आदेश से चलाई जा रही है.
विद्यालय परिसर में बैठे नन्हे मुंह बच्चे कोरोना वायरस जैसी महामारी के बारे में जानते तक भी नही लेकिन विद्यालय प्रशासन उनकी जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है। विद्यालय के एक हॉल में सभी बच्चे पास-पास बैठे पाए गए जहां न तो सोशल डिस्टसिंग देखने को मिला और न ही कॉलेज प्रशासन ने सेनेटाइजर की कोई व्यवस्था की है यहां तक कि किसी भी बच्चे ने मास्क तक भी नही पहन रखा है।
जब इस विषय मे विद्यालय प्रबंधक रमाशंकर पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण ऑनलाइन की कोई व्यवस्था नही है इसलिए बच्चे दूर दूर से आ जाते है उन्हें वापस करने में समस्या होती है इसलिए हम सभी बच्चों को पढ़ा देते है।
आई एन ए न्यूज़, कानपुर
कानपुर.
नर्वल तहसील के फुफुवार सुई थोक गांव में स्थित लक्ष्मी देवी ग्रामीण विद्यापीठ में नन्हे मुंह बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। कोरोना जैसी खतरनाक महामारी के बिना डर के लक्ष्मी देवी ग्रामीण विद्यापीठ विद्यालय में केजी से पांच तक कि कक्षाएं बिना सरकार के आदेश से चलाई जा रही है.
विद्यालय परिसर में बैठे नन्हे मुंह बच्चे कोरोना वायरस जैसी महामारी के बारे में जानते तक भी नही लेकिन विद्यालय प्रशासन उनकी जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है। विद्यालय के एक हॉल में सभी बच्चे पास-पास बैठे पाए गए जहां न तो सोशल डिस्टसिंग देखने को मिला और न ही कॉलेज प्रशासन ने सेनेटाइजर की कोई व्यवस्था की है यहां तक कि किसी भी बच्चे ने मास्क तक भी नही पहन रखा है।
जब इस विषय मे विद्यालय प्रबंधक रमाशंकर पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण ऑनलाइन की कोई व्यवस्था नही है इसलिए बच्चे दूर दूर से आ जाते है उन्हें वापस करने में समस्या होती है इसलिए हम सभी बच्चों को पढ़ा देते है।
आई एन ए न्यूज़, कानपुर