रेलवे द्वारा निर्मित अंडरग्राउंड मार्गों में भीषण जलभराव से आवागमन बाधित
रेलवे द्वारा निर्मित अंडरग्राउंड मार्गों में भीषण जलभराव से आवागमन बाधित
खैराबाद से सुरैचा तक बने हैं चार अंडरग्राउंड मार्ग,सैकड़ो गाँव के लोग हैं प्रभावित
सीतापुर.
रेलवे विभाग द्वारा बनाये गये अंडरग्राउंड मार्ग आज सैकड़ों गाँव के लोगों के लिए एक अभिशाप साबित हो रहे हैं, जरा सी बरसात होते ही इन मार्गों में घुटनों तक जलभराव हो जाता है, जिससे राहगीरो को आवागमन में तो परेशानी होती ही है साथ ही दुर्घटनाग्रस्त होकर लोग चोटिल भी हो जाते हैं |
संबंधित ग्रामवासियों के जागरुक लोगों ने कई बार रेलवे के अधिकारियों से मिलकर मौखिक एवं लिखित रुप से इस गंभीर समस्या से अवगत कराया, परन्तु नतीजा वही "ढाक के तीन पात" वाला ही रहा और सैकड़ों ग्रामवासियों की समस्या जस की तस बरकरार है |
ज्ञातव्य है कि बीते वर्ष लखनऊ से मैलानी जंक्शन तक वर्षों पुरानी रेल की छोटी लाइन को बड़ी लाइन में परिवर्तित किया गया था | उसी निर्माण के दौरान पड़ने वाले मानव रहित रेलवे क्रासिंग मार्गों को रेलवे विभाग ने फाटक का निर्माण ना कर अंडरग्राउंड मार्ग में परिवर्तित कर दिया था | परन्तु बनाए गए अंडरग्राउंड मार्गों में उचित जल निकासी की सुविधा ना बनाए जाने के कारण आज यही मार्ग सैकड़ों गाँवों के लोगों के किसी अभिशाप से कम नहीं है | खैराबाद से सुरैंचा तक कुल चार अंडरग्राउंड मार्ग बने हैं और सभी की समस्या एक जैसी जलभराव की है |
अंडरग्राउंड मार्गों में पहला खैराबाद, दूसरा रफातपुर, तीसरा सरवरपुर केसरिया और चौथा सिधौली के पास सुरैंचा गाँव में बना है | क्षेत्रवासी मोहित तिवारी, श्याम किशोर शुक्ला, गिरिजेश तिवारी, कमलेश तिवारी, राहुल सिंह, शिवम सिंह, सौरभ तिवारी, नवनीत तिवारी, महेश शुक्ला, पप्पल सिंह, विजय किशोर शुक्ला, उमेश सिंह, श्याम तिवारी एवं भानु तिवारी आदि सहित सैकड़ों ग्रामवासियों ने अपना दर्द बयां किया | यह लोग बताते हैं कि जरा सी बरसात होते ही इन मार्गों में घुटनों तक पानी भर जाता है, परिणामस्वरूप आवागमन बाधित हो जाता है |
ग्रामवासियों का कहना है कि जलभराव की स्थित में हम गाँव वाले मजबूरी में अपना इंजन व डीजल का खर्चा कर जल निकासी की व्यवस्था करते हैं | ग्रामवासियों ने जिलाधिकारी सीतापुर के माध्यम से रेलवे विभाग से मांग की है कि हम लोगों को इस भीषण समस्या से निजात दिलाई जाए |
शरद कपूर
आई एन ए न्यूज़ सीतापुर - उत्तर प्रदेश
खैराबाद से सुरैचा तक बने हैं चार अंडरग्राउंड मार्ग,सैकड़ो गाँव के लोग हैं प्रभावित
सीतापुर.
रेलवे विभाग द्वारा बनाये गये अंडरग्राउंड मार्ग आज सैकड़ों गाँव के लोगों के लिए एक अभिशाप साबित हो रहे हैं, जरा सी बरसात होते ही इन मार्गों में घुटनों तक जलभराव हो जाता है, जिससे राहगीरो को आवागमन में तो परेशानी होती ही है साथ ही दुर्घटनाग्रस्त होकर लोग चोटिल भी हो जाते हैं |
संबंधित ग्रामवासियों के जागरुक लोगों ने कई बार रेलवे के अधिकारियों से मिलकर मौखिक एवं लिखित रुप से इस गंभीर समस्या से अवगत कराया, परन्तु नतीजा वही "ढाक के तीन पात" वाला ही रहा और सैकड़ों ग्रामवासियों की समस्या जस की तस बरकरार है |
ज्ञातव्य है कि बीते वर्ष लखनऊ से मैलानी जंक्शन तक वर्षों पुरानी रेल की छोटी लाइन को बड़ी लाइन में परिवर्तित किया गया था | उसी निर्माण के दौरान पड़ने वाले मानव रहित रेलवे क्रासिंग मार्गों को रेलवे विभाग ने फाटक का निर्माण ना कर अंडरग्राउंड मार्ग में परिवर्तित कर दिया था | परन्तु बनाए गए अंडरग्राउंड मार्गों में उचित जल निकासी की सुविधा ना बनाए जाने के कारण आज यही मार्ग सैकड़ों गाँवों के लोगों के किसी अभिशाप से कम नहीं है | खैराबाद से सुरैंचा तक कुल चार अंडरग्राउंड मार्ग बने हैं और सभी की समस्या एक जैसी जलभराव की है |
अंडरग्राउंड मार्गों में पहला खैराबाद, दूसरा रफातपुर, तीसरा सरवरपुर केसरिया और चौथा सिधौली के पास सुरैंचा गाँव में बना है | क्षेत्रवासी मोहित तिवारी, श्याम किशोर शुक्ला, गिरिजेश तिवारी, कमलेश तिवारी, राहुल सिंह, शिवम सिंह, सौरभ तिवारी, नवनीत तिवारी, महेश शुक्ला, पप्पल सिंह, विजय किशोर शुक्ला, उमेश सिंह, श्याम तिवारी एवं भानु तिवारी आदि सहित सैकड़ों ग्रामवासियों ने अपना दर्द बयां किया | यह लोग बताते हैं कि जरा सी बरसात होते ही इन मार्गों में घुटनों तक पानी भर जाता है, परिणामस्वरूप आवागमन बाधित हो जाता है |
ग्रामवासियों का कहना है कि जलभराव की स्थित में हम गाँव वाले मजबूरी में अपना इंजन व डीजल का खर्चा कर जल निकासी की व्यवस्था करते हैं | ग्रामवासियों ने जिलाधिकारी सीतापुर के माध्यम से रेलवे विभाग से मांग की है कि हम लोगों को इस भीषण समस्या से निजात दिलाई जाए |
शरद कपूर
आई एन ए न्यूज़ सीतापुर - उत्तर प्रदेश