बेरी में प्राचीन शक्तिपीठ मां भीमेश्वरी देवी के खुले कपाट
बेरी में प्राचीन शक्तिपीठ मां भीमेश्वरी देवी के खुले कपाट
आधार कार्ड देख कर दिया गया मंदिर में प्रवेश
10 साल से नीचे व 50 साल से ऊपर की उम्र वाले श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश पर मनाही
फिलहाल मंदिर में दीप प्रज्वलित करने व प्रसाद के वितरण पर लगाई गई रोक
मंदिर में जहां लगती थी श्रद्धालुओं की भीड़ वहां मंदिर के कपाट खुलने पर पहुंचे गिने-चुने श्रद्धालु
मंदिर के गेट पर श्रद्धालुओं के हाथों को सैनिटाइज करने के लिए की गई व्यवस्था
मंदिर के पहले दिन कपाट खोलने पर श्रद्धालुओं में नहीं दिखाई दिया उत्साह
मां भीमेश्वरी देवी मंदिर के कपाट खुल गए है। लोकडावन के कारण ये कपाट 80 से ज्यादा दिनों तक बन्द रहे है। लेकिन अब बेरी प्राचीन शक्तिपीठ मा भीमेश्वरी देवी के कपाट खुल गए है। हालांकि इसकी तैयारी पिछले कई दिनों से चल रही थी, जैसे ही सरकार के आदेश हुए थे कि 8 जून को धार्मिक स्थल खोल दिये जायेंगे। उसी दिन से मंदिर में तैयारियां शुरू हो गई थी।
मंदिर के पुजारी का कहना है कि श्रदालुओ के लिए आज से कपाट खुल गए है, लेकिन दर्शन के लिए श्रदालुओ को आधार कार्ड साथ लेकर आना पड़ेगा। आधार कार्ड देखकर ही मंदिर के अंदर प्रवेश करने दिया जा रहा है। साथ 10 साल तक के बच्चे ब 50 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग को मंदिर में प्रवेश नही करने दिया जा रहा है।
मां के मंदिर में पहले बहुत भीड़ देखी जाती थी, लेकिन पहले दिन गिने-चुने श्रदालु मंदिर में पंहुचे। वही एहतियात के तौर पर मंदिर कमेटी की तरफ से गेट पर ही सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई थी, सेनेटाइजर करके ही मंदिर के अंदर जाने दिया जा रहा था, साथ ही राऊंड सर्कल भी श्रदालुओ के लिए बनाए गए है। इसके अलावा मंदिर में दीप प्रज्वलित करने व प्रसाद वितरण करने के लिए पाबन्दी लगाई गई है।
आपको बता दे कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों को बंद करने का फैसला लिया था, लेकिन अब सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला किया है। लेकिन अब हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि इस महामारी को रोकने के लिए हर जरूरी सावधानी बरतें।
राहुल चौहान