मनरेगा काम में मजदूरों का भुगतान न होने से चूल्हे पड़े ठण्डे, जिम्मेदार अधिकारियों ने साधी चुप्पी
मनरेगा काम में मजदूरों का भुगतान न होने से चूल्हे पड़े ठण्डे, जिम्मेदार अधिकारियों ने साधी चुप्पी
सीतापुर। रेउसा ब्लाक में कोरोना काल मे भी मजदूरों को मनरेगा में काम नही मिल पा रहा है। न ही मजदूरों द्वारा मनरेगा में किये गए काम की मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है। जिससे मजदूरों के घरों के चूल्हे ठंडे होने की नौबत है।यह स्थिति तब है।जब राज्य के मुख्यमंत्री स्वयं लॉक डाउन के कारण मजदूरों को किसी प्रकार की समस्या न हो प्रतिदिन निर्देश जारी कर रहे है।
बताते चले रेउसा ब्लाक की ग्राम पंचायत सिरसा निवासी राजेन्द्र,मोती लाल,जोगेन्दर कुमार,रामजस सहित 51 मजदूर परिवारो ने संयुक्त रूप से आवेदन कर माह जनवरी में खंड विकास अधिकारी रेउसा से काम दिये जाने का आग्रह किया था।आवेदन मजदूरों ने देकर उसकी रिसीविंग भी प्राप्त की थी।
उसके बावजूद 6 माह होने को है मजदूरों का आरोप है ।कि अभी तक काम नही दिया गया है।न ही कानून प्रावधान के अनुसार बेरोजगारी भत्ते की ही पहल की गई है।जिससे कोरोना महामारी के चलते मजदूर परिवारो की हालत खस्ता है।मनरेगा मजदूर राजेन्द्र बताते है कि आवेदन के दौरान खंड विकास अधिकारी ने कहा था एक सप्ताह के अंदर आप सभी कोकम दिया जाएगा लेकिन अब 6 माह हो गए है ।
अभी तक काम नही मिला ।कोरोना में भी दुबारा वही आवेदन फिर देकर काम का अनुरोध किया ।लेकिन नतीजा सिफर है।वही गांव के ही जोगेन्दर कुमार,रामजस बताते है।कि दिसम्बर जनवरी माह में हम पच्चास मजदूरों ने संतू के खेत से आशिक अली के खेत तक चकमार्ग पर मिट्टी पटाई का काम हुआ था।एक दर्जन लोगों को आधी दिन की मजदूरी ही मिली आज तक मजदूरी का भुगतान नही हुआ है। कोरोना आने से बाहर जाने पर रोक लग गई ।हम लोगो के पास जमीनें नाम मात्र की है मजदूरी ही सहारा है ।वो भी कम किया नही मिल रही है ।
पंचायत सचिव मजदूरी के सवाल पर ठीक से बात भी नही करते है ।अब सवाल यह उठता है ,कानून में नियम के बावजूद लिखित आवेदन करने के बाद भी काम नही मिलने के एवज बेरोजगारी भत्ते की आखिर पहल जुम्मेदरो ने क्यो नही की वही मजदूरों के द्वारा किये गए काम का आज तक भुगतान क्यो नही किया गया।जबकि देरी से मजदूरी भुगतान के एवज में मुवाबजा दिये जाने की बात राज्य शासन ने अभी हाल में घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिंह अपनी हर समीक्षा बैठक में शासन स्तर से निर्देश पर निर्देश जारी कर है।लेकिन उसके बावजूद भी क्या ये मान लिया जाय कि ब्लाक प्रशासन इन निर्देशों को ताक पर रखकर मनमानी पूर्ण कार्यशैली को अंजाम दे रहा है।
बोले जिम्मेदार- इस बावत जब ग्राम पंचायत व ब्लाक के जुम्मेदरो से फोन पर बात की ,तो पंचायत सचिव ने बिना किसी देरी के कहा दिखवाते है ,आगे उनके पास शायद समयाभाव था या उन्होंने सुनना मुनासिब नही समझा फोन काट दिया,जब इन दोनों सवालों पर खंड विकास अधिकारी रेउसा से उनके फोन पर बात की।तो उन्होंने पूरी बात को सुनकर अफसोस जाहिर करते हुए कहा ,कि मैं स्वयं ही इस मामले को देखूंगा ,जल्द ही मजदूरी का भुगतान भी होगा ,और मजदूरों को कम भी दिया जाएगा ,जो भी दोषी होगा उसे दंडित किया जाएगा।
शरद कपूर / हरीशंकर गुप्ता
सीतापुर