बरसात का सिलसिला ज़ारी, कहीं खुशी तो कहीं परेशानी, किसान खुश है, तो कुम्हार परेशान
बरसात का सिलसिला ज़ारी, कहीं खुशी तो कहीं परेशानी, किसान खुश है, तो कुम्हार परेशान
अयोध्या।
विगत 15 दिनों से बारिश का दौर चल रहा है। अच्छी बरसात होने से एक तरफ जहां किसानों के चेहरे खिल गए हैं। धान की रोपाई चल रही है। गन्ना की फसल के लिए सुखदाई है तो वहीं तक दूसरी तरफ मिट्टी के बर्तन बनाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । ईट भट्ठा वालों को भी काफी दुखदाई लग रहा है। सब्जी की खेती करने वालों को भी परेशानी है। बरसात के चलते हरी सब्जियां बर्बाद हो गई है। जिस कारण हरी सब्जियों का भाव आसमान छू रहा है। कई दिनों से बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। इस वजह से तापमान में भी खासी कमी आ गई है। 24 घंटों में औसतन 55 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। माना जा रहा है कि अगले 24 घंटे भी मौसम के लिहाज से अहम होंगे। अभी और बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहने की संभावना है। विज्ञानियों के मुताबिक मानसून पूरी तरह सक्रिय है। इसलिए अच्छी बारिश की संभावना है। तापमान भी कम रहेगा। इससे पहले मौसम विशेषज्ञों ने बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था।
विशेषज्ञों का अनुमान था कि बारिश होगी,। रात में जहां तेज बरसात हुई तो वहीं दिन भर रिमझिम बारिश का सिलसिला चलता रहा। नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय अयोध्या के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मानसून पूरी तरह सक्रिय है। इसीलिए अगले 24 से 48 घंटे में अच्छी बरसात की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अगले तीन दिनों तक रोजाना बरसात होगी।
एक किसान से बात किया गया तो किसान नहीं बताया कि लंबे समय बाद जून के महीने में इतनी बरसात हुई है। यदि किसान पहले से जानकारी होती तो धान की बैरन पहले ही डाल देते। बैरन देर से पड़ी, इसलिए रोपाई भी देर से हो रही है। फिर भी धान रोपाई के लिए ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ रही है ,।
दूसरे किसान नहीं बताया की अयोध्या फैजाबाद गन्ना बेल्ट है और यहां पर गन्ने की अच्छी खेती होती है। रिमझिम बरसात के बीच गन्ने की फसल के लिए काफी सुखदाई है।
वहीं पर एक मिट्टी के बर्तन बनाने वाले ने बताया की हर महीने बरसात कुछ ना कुछ हो रही है और जून के महीने में आधे जून से बरसात हो रही है । जिस कारण मिट्टी के कच्चे बर्तन बनाने में बाधा पड़ रही है।
वहीं पर एक ईट व्यवसाई ने बताया की जनवरी से लेकर अब तक कई बार बरसात हुई है। कच्ची ईंट पथाई के बाद बरसात से गल जाते हैं जिस कारण इस बरसात होने से भट्ठे के व्यवसाय में काफी नुकसान हुआ है।
हां यह कहा जा सकता है ईश्वर जो करता है वह ठीक ही करता है, सबको बराबर बांटता है। जिसके भाग्य में जो रहता है वही मिलता है । किसी को सुख किसी को दुख होता है सुख दुख से भयभीत नहीं होना चाहिए।
देव बक्श वर्मा
आई एन ए न्यूज़ अयोध्या - उत्तर प्रदेश
अयोध्या।
विगत 15 दिनों से बारिश का दौर चल रहा है। अच्छी बरसात होने से एक तरफ जहां किसानों के चेहरे खिल गए हैं। धान की रोपाई चल रही है। गन्ना की फसल के लिए सुखदाई है तो वहीं तक दूसरी तरफ मिट्टी के बर्तन बनाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । ईट भट्ठा वालों को भी काफी दुखदाई लग रहा है। सब्जी की खेती करने वालों को भी परेशानी है। बरसात के चलते हरी सब्जियां बर्बाद हो गई है। जिस कारण हरी सब्जियों का भाव आसमान छू रहा है। कई दिनों से बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। इस वजह से तापमान में भी खासी कमी आ गई है। 24 घंटों में औसतन 55 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। माना जा रहा है कि अगले 24 घंटे भी मौसम के लिहाज से अहम होंगे। अभी और बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहने की संभावना है। विज्ञानियों के मुताबिक मानसून पूरी तरह सक्रिय है। इसलिए अच्छी बारिश की संभावना है। तापमान भी कम रहेगा। इससे पहले मौसम विशेषज्ञों ने बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था।
विशेषज्ञों का अनुमान था कि बारिश होगी,। रात में जहां तेज बरसात हुई तो वहीं दिन भर रिमझिम बारिश का सिलसिला चलता रहा। नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय अयोध्या के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मानसून पूरी तरह सक्रिय है। इसीलिए अगले 24 से 48 घंटे में अच्छी बरसात की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अगले तीन दिनों तक रोजाना बरसात होगी।
एक किसान से बात किया गया तो किसान नहीं बताया कि लंबे समय बाद जून के महीने में इतनी बरसात हुई है। यदि किसान पहले से जानकारी होती तो धान की बैरन पहले ही डाल देते। बैरन देर से पड़ी, इसलिए रोपाई भी देर से हो रही है। फिर भी धान रोपाई के लिए ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ रही है ,।
दूसरे किसान नहीं बताया की अयोध्या फैजाबाद गन्ना बेल्ट है और यहां पर गन्ने की अच्छी खेती होती है। रिमझिम बरसात के बीच गन्ने की फसल के लिए काफी सुखदाई है।
वहीं पर एक मिट्टी के बर्तन बनाने वाले ने बताया की हर महीने बरसात कुछ ना कुछ हो रही है और जून के महीने में आधे जून से बरसात हो रही है । जिस कारण मिट्टी के कच्चे बर्तन बनाने में बाधा पड़ रही है।
वहीं पर एक ईट व्यवसाई ने बताया की जनवरी से लेकर अब तक कई बार बरसात हुई है। कच्ची ईंट पथाई के बाद बरसात से गल जाते हैं जिस कारण इस बरसात होने से भट्ठे के व्यवसाय में काफी नुकसान हुआ है।
हां यह कहा जा सकता है ईश्वर जो करता है वह ठीक ही करता है, सबको बराबर बांटता है। जिसके भाग्य में जो रहता है वही मिलता है । किसी को सुख किसी को दुख होता है सुख दुख से भयभीत नहीं होना चाहिए।
देव बक्श वर्मा
आई एन ए न्यूज़ अयोध्या - उत्तर प्रदेश